अगर आपका लाइसेंस किसी सरकारी प्राधिकरण या अधिकारी को प्रस्तुत किया गया है, या जब्त किया गया है, तो आपको एक रसीद या किसी अन्य प्रकार की पावती प्रस्तुत करनी होगी, और एक निर्धारित समय अवधि के भीतर लाइसेंस पेश करना होगा, जो अलग अलग राज्यों में भिन्न हो सकता है, मोटर वाहन अधिनियम, 1988))।
अगर आप वाहन चलाते हैं और आपके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है या आपकी आयु कम है, तो आपके वाहन को एक पुलिस अधिकारी।
जुर्माने की लागू राशि राज्यों में भिन्न हो सकती है। नीचे दो राज्यों के लिए अलग-अलग अपराधों की जुर्माना राशि दी गई है।
मोटर वाहनों को चलाने से पहले उनका पंजीकरण करना अनिवार्य है, और अपने वाहन को पंजीकृत कराने के बाद, आपको एक पंजीकरण प्रमाणपत्र (आरसी) प्राप्त होगा। आरसी की मूल प्रति (कॉपी) या इलेक्ट्रॉनिक प्रति(कॉपी) साथ लेकर चलना और अपने वाहन पर पंजीकरण चिह्न प्रदर्शित करना अनिवार्य है।
अगर आप बिना पंजीकरण के मोटर वाहन चलाते हैं या चलाने की अनुमति देते हैं, तो पहली बार अपराध करने पर आपको 2,000 से 5,000 रुपये के बीच का जुर्माना, और 1 साल तक की जेल और बाद के अपराध के लिए 1 साल तक की जेल या 5000 और 10,000 रुपये के बीच जुर्माना, या दोनों के साथ दंडित किया जा सकता है।। लागू जुर्माना राशि राज्यों में भिन्न हो सकती है।
केवल निम्नलिखित कारणों से पंजीकरण प्रमाणपत्र न होने पर आप पर जुर्माना नहीं लगाया जा सकता:
• बीमारी या चोट से पीड़ित व्यक्तियों का परिवहन
• संकट या चिकित्सा आपूर्ति से राहत के लिए भोजन या सामग्री का परिवहन
हालाँकि, आपको अपने राज्य के क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) को 7 दिनों के भीतर सूचित करना होगा, कि आप ऊपर दिए गए दो कारणों से मोटर वाहन का उपयोग कर रहे हैं, अन्यथा आप पर जुर्माना लगाया जा सकता है।
नीचे दो राज्यों की जुर्माने राशि दी गई है:
राज्य |
अपराध की आवृत्ति |
जुर्माना राशि (भारतीय रुपयों में) |
दिल्ली |
पहला अपराध |
2,000 – 5,000 |
बाद के अपराध |
5,000 – 10,000 |
कर्नाटक |
दो पहिया वाहन/तीन पहिया वाहन |
2,000 |
हल्का मोटर वाहन
|
3,000 |
मध्यम/भारी वाहन और अन्य |
5,000 |
70 सीसी से कम इंजन क्षमता वाली मोटरसाइकिलों को छोड़कर सभी मोटर वाहनों के लिए प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (पीयूसी), केंद्रीय मोटर वाहन नियम, 1989) अनिवार्य है। यह प्रमाणपत्र इंगित करता है कि आपके वाहन से होने वाला धुएं का फैलाव नियंत्रण में है, और कानून के अनुसार है। यह पीयूसी प्रमाणपत्र किसी भी प्रमाणित प्रदूषण जांच केंद्र से आसानी से प्राप्त किया जा सकता है, जो पेट्रोल पंप और कार मरम्मत की दुकानों पर मौजूद होते हैं।
आपको वाहन पंजीकरण के एक वर्ष के भीतर एक पीयूसी प्रमाणपत्र प्राप्त करना होगा। इस प्रमाण पत्र को वाहन के साथ रखना अनिवार्य है, और आपको इसे पुलिस अधिकारी द्वारा मांगे जाने पर प्रस्तुत करना होगा, केंद्रीय मोटर वाहन नियम, 1989))। एक पीयूसी प्रमाणपत्र केवल सीमित समय के लिए वैध होता है, और यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने पीयूसी प्रमाणपत्र की समय सीमा समाप्त होने से पहले उसका नवीनीकरण (रिन्यू)करें, अन्यथा, आप पर जुर्माना लगाया जाएगा।
अगर आपके पास पीयूसी प्रमाणपत्र नहीं है, तो पहली बार अपराध करने पर आपको कम से कम 500 रुपये के जुर्माने से दंडित किया जाएगा और उसके बाद के सभी अपराधों के लिए 1,500 का जुर्माना लगाया जाएगा।। लागू जुर्माना राशि राज्यों में भिन्न हो सकती है।
नीचे दो राज्यों के लिए जुर्माने की राशि दी गई है:
राज्य |
अपराध की आवृत्ति |
जुर्माना राशि (भारतीय रुपयों में) |
दिल्ली |
पहला अपराध |
500 |
बाद का अपराध |
1,500 |
कर्नाटक |
पहला अपराध |
500 |
बाद का अपराध |
1,000 |
सार्वजनिक स्थान पर मोटर वाहन चलाने के लिए आपकी आयु न्यूनतम आयु से अधिक होनी चाहिए।
कानून द्वारा निर्धारित आयु सीमा नीचे दी गई है:
• किसी भी मोटर वाहन को चलाने के लिए (50 सीसी से कम इंजन क्षमता वाली मोटरसाइकिल को छोड़कर): 18 वर्ष
• 50 सीसी से कम इंजन क्षमता वाली मोटरसाइकिल चलाने के लिए: 16 वर्ष
• परिवहन वाहन चलाने के लिए (उदाहरण के लिए, एक ट्रक): 20 वर्ष
अगर किसी विशेष प्रकार का मोटर वाहन चलाने के लिए आपकी आयु न्यूनतम आयु से कम है, लेकिन आप फिर भी उसे चलाते हैं, तो आपको 5000 रुपये के जुर्माने या 3 महीने तक की जेल या दोनों के साथ दंडित किया जा सकता है। लागू जुर्माना राशि राज्यों में भिन्न हो सकती है।
नीचे दो राज्यों के लिए जुर्माने की राशि दी गई है:
राज्य |
वाहन का प्रकार |
जुर्माना राशि (भारतीय रुपयों में) |
दिल्ली |
लागू नहीं |
5,000 |
कर्नाटक |
दो पहिया वाहन/तीन पहिया वाहन |
1,000 |
हल्का मोटर वाहन |
2,000 |
अन्य |
5,000 |
अगर आप मोटर वाहन को तेज गति से या इस तरह चलाते हैं, जो जनता के लिए खतरनाक है, या जो कार चलाने वालों, अन्य सड़क उपयोगकर्ताओं और सड़क के पास के लोगों के लिए खतरे या परेशानी का कारण बनता है, तो इसे खतरनाक ड्राइविंग माना जाता है। नीचे सूचीबद्ध खतरनाक ड्राइविंग के कुछ उदाहरण दिए गए हैं:
• लाल बत्ती तोड़ना
• स्टॉप साइन (रुकने के साइन) का उल्लंघन करना।
• वाहन चलाते समय मोबाइल फोन जैसे किसी भी संचार उपकरण का उपयोग करना।
• अन्य वाहनों को अवैध रूप से पास करना या ओवरटेक करना।
• यातायात के प्रवाह के विपरीत गाड़ी चलाना, जैसे गलत दिशा में गाड़ी चलाना।
अगर आप खतरनाक तरीके से गाड़ी चलाते हैं, तो आपको छह महीने से लेकर एक साल तक की जेल या 1,000 से 5000 रुपये के बीच जुर्माना, या दोनों से दंडित किया जा सकता है। तीन साल के भीतर बाद के प्रत्येक अपराध के लिए, आपको 2 साल तक की जेल या 10,000 रुपये का जुर्माना, या दोनों के साथ दंडित किया जा सकता है। लागू जुर्माना राशि राज्यों में भिन्न हो सकती है।
नीचे दो राज्यों के लिए जुर्माने की राशि दी गई है:
राज्य |
अपराध की निरंतरता |
जुर्माना राशि (भारतीय रुपयों में) |
दिल्ली |
पहला अपराध |
1,000 – 5,000 |
बाद का अपराध |
10,000 |
कर्नाटक |
पहला अपराध |
1,000 – 5,000
(ड्राइविंग करते समय हैंडहेल्ड संचार उपकरणों के उपयोग के लिए जुर्माना शामिल नहीं है) |
कोई बाद का अपराध |
10,000 |
आप किसी भी मोटर वाहन को चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग नहीं कर सकते, क्योंकि यह चालक और जनता के लिए खतरा पैदा कर सकता है। इसे खतरनाक ड्राइविंग भी माना जा सकता है, जिसके लिए आपको दंडित किया जाएगा:
• पहली बार (पहला अपराध): 6 महीने से 1 साल तक की जेल या 1,000 से रु. 5,000 रुपये के बीच जुर्माना, या दोनों। लागू जुर्माना राशि राज्यों में भिन्न हो सकती है।
• बाद का अपराध: अगर आप पहला अपराध करने के तीन साल के भीतर दोबारा यह अपराध करते हैं, तो आपको 2 साल तक की जेल या 10,000 रुपये का जुर्माना, या दोनों से दंडित किया जाएगा। लागू जुर्माना राशि राज्यों में भिन्न हो सकती है।
नीचे दो राज्यों के लिए जुर्माने की राशि दी गई है:
राज्य |
अपराध की आवृत्ति |
जुर्माना राशि (भारतीय रुपयों में) |
दिल्ली |
पहला अपराध |
1,000 – 5,000
|
बाद का अपराध |
10,000 |
कर्नाटक |
पहला अपराध |
दो पहिया वाहन/तीन पहिया वाहन – 1,500
हल्के मोटर वाहन– 3,000
अन्य – 5,000
|
बाद का अपराध |
10,000 |
दोपहिया मोटरसाइकिल चलाने वालों को हेलमेट या सुरक्षात्मक हेडगीयर पहनना होता है। इसके अलावा, प्रत्येक व्यक्ति, जिसमें 4 वर्ष से अधिक आयु के बच्चे शामिल हैं, जो दोपहिया मोटरसाइकिल की सवारी कर रहे हैं, उन्हें भी हेलमेट पहनना होगा। इस हेडगियर में दो विशेषताएं होनी चाहिए :
• दुर्घटना के मामले में चोट से सुरक्षा प्रदान करने की विशेषताएं
• पहनने वाले के सिर पर (जैसे, पट्टियों से) सुरक्षित रूप से बांधा जाना चाहिए
केवल सिख लोग जो पगड़ी पहनते हैं और महिलाओं को अनिवार्य रूप से हेलमेट पहनने की आवश्यकता नहीं है। हालाँकि, यह अपवाद राज्यों में भिन्न होता है।
अगर आप वाहन चलाते समय हेलमेट नहीं पहनते हैं तो आपको कम से कम एक हजार रुपये का जुर्माना देना होगा और आपको 3 महीने के लिए लाइसेंस रखने से अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा लागू जुर्माना राशि राज्यों में भिन्न हो सकती है।
नीचे दो राज्यों के लिए जुर्माने की राशि दी गई है:
राज्य |
जुर्माना राशि (भारतीय रुपयों में) |
दिल्ली |
1,000 |
कर्नाटक |
500 |
आप न तो खुद ऐसा मोटर वाहन चला सकते हैं, और न ही किसी को चलाने की अनुमति दे सकते हैं, जिसमें कोई दोष है, जिसके बारे में आप (मालिक) जानते हैं या सामान्य देखभाल के माध्यम से जान सकते हैं, जो कार को अन्य व्यक्तियों या वाहनों के लिए खतरनाक बनाता है। उदाहरण के लिए, अगर आपके वाहन के ब्रेक ठीक से काम नहीं कर रहे हैं, तो आपका वाहन दोषपूर्ण माना जाएगा।
दोषपूर्ण मोटर वाहन चलाने के लिए दंड इस प्रकार हैं :
• अगर आप खराब मोटर वाहन चलाते हैं या किसी को चलाने की अनुमति देते हैं, तो आपको कम से कम 1,500 रुपये के जुर्माने से दंडित किया जाएगा। लागू जुर्माना राशि राज्यों में भिन्न हो सकती है।
• अगर ऐसा वाहन दुर्घटना का कारण बनता है जिसके परिणामस्वरूप शारीरिक चोट या संपत्ति को नुकसान होता है:
- तो पहले अपराध के लिए, आपको 5,000 रुपये के जुर्माने या 3 महीने तक की जेल या दोनों से दंडित किया जाएगा। लागू जुर्माना राशि राज्यों में भिन्न हो सकती है।
- प्रत्येक बाद के अपराध के लिए, आपको 10,000 रुपये तक का जुर्माना या 6 महीने तक की जेल की सजा दी जाएगी। लागू जुर्माना राशि राज्यों में भिन्न हो सकती है।
नीचे दो राज्यों के लिए जुर्माने की राशि दी गई है:
राज्य |
अपराध |
अपराध की बारंबारता/वाहन का प्रकार |
जुर्माना राशि (भारतीय रुपयों में) |
दिल्ली |
असुरक्षित/दोषपूर्ण वाहन चलाना |
कोई भी अपराध |
1,500 |
असुरक्षित/दोषपूर्ण वाहन चलाना, जिसके परिणामस्वरूप दुर्घटना होती है जो शारीरिक चोट या संपत्ति को नुकसान पहुंचाती है। |
पहला अपराध |
5,000 |
बाद का अपराध |
10,000 |
कर्नाटक
|
असुरक्षित स्थिति में वाहन का प्रयोग
|
दो पहिया वाहन/तीन पहिया वाहन
|
1,500
|
हल्के मोटर वाहन, भारी मोटर वाहन और अन्य |
3,000 |
आपका वाहन अनिवार्य रूप से एक इलेक्ट्रिक हॉर्न उसमे लगा होना चाहिए, जो इस बात की पर्याप्त और श्रव्य चेतावनी देने में सक्षम हो कि वाहन वहां से गुजर रहा है। अगर आपके पास एक मोटर वाहन है जिसमें हॉर्न नहीं है, तो पहले अपराध के लिए कम से कम 500 रुपये का जुर्माना और प्रत्येक बाद के अपराध के लिए 1,500 रुपये के जुर्माने से दंडित किया जाएगा। लागू जुर्माना राशि राज्यों में भिन्न हो सकती है।
नीचे दो राज्यों के लिए जुर्माने की राशि दी गई है:
राज्य |
अपराध की निरंतरता |
जुर्माना राशि (भारतीय रुपयों में) |
दिल्ली |
पहला अपराध |
500 |
बाद का अपराध |
1,500 |
कर्नाटक |
पहला अपराध |
500 |
बाद का अपराध |
1,000 |