कोई भी व्यक्ति अदालत की अवमानना के कथित अपराध पर किसी तीसरे पक्ष के खिलाफ शिकायत दर्ज कर सकता है। इस तरह की अर्जी को याचिका के रूप में या तो सर्वोच्च न्यायालय, उच्च न्यायालय या केंद्र शासित प्रदेशों के मामलों में न्यायिक आयुक्त के न्यायालय में भेजा जा सकता है। हालांकि, ऐसा आवेदन केवल लिखित सहमति से ही किया जा सकता है:
• सर्वोच्च न्यायालय के मामले में महान्यायवादी या सॉलिसिटर जनरल।
• उच्च न्यायालयों के मामले में महाधिवक्ता/ एडवोकेट जनरल।
• न्यायिक आयुक्त के न्यायालय के मामले में केंद्र सरकार द्वारा निर्दिष्ट विधि अधिकारी।
Banwari lal srivastava
April 13, 2024
Sir.pitipner has filled suit for permanent injection after encroachment of defendants no 3 where as allready temp.inj.was granted against def.2 in first civ.appeal and later stage in SAPL in high court while admitting the civil appeal reminded with order of status quo till disposal of appeal in mean time third by force occupied one third party of status quo land. Started the busines of building material.many application to civil aith. Dm,Sp SHO given but non of them taken any step to maintain honorable court order finally contempt pittion file against the inn2016 and pittiner filled permanent inj.without having any right.in civil judge jr.dev.now on 5 ,.4.24 has decided that keep distiputed land the status quo by all the pot.and def.but that is also not obeyed by pit.appral filled in DJ against order of Ga6amf disobey by order. Of his own pit.matter informed to all higher auihorty SDM and DySP visited the disputed all Orders of court collected but no action taken.Sor pl.guide how the action can be taken against oonytemteter. Potioner🙏
Alka Manral
June 17, 2024
आदेश की अवहेलना के लिए अवमानना (Contempt) का मार्ग अपनाया जा सकता है। कृपया अनुपालन न करने पर अवमानना याचिका दायर करें और यदि यह पहले से दायर और लंबित है, तो उसी में आवेदन करें।
पुलिस की निष्क्रियता के लिए, आप एक रिट याचिका भी दायर कर सकते हैं, हालांकि यह बहुत प्रभावी उपाय नहीं है।