ट्रिगर वॉर्निंग: निम्नलिखित विषय सूची में ड्रग्स और नशीले पदार्थों के बारे में जानकारी दी जा रही है जो कुछ पाठकों को विचलित कर सकती है।
कोकेन, कोका के पौधे के पत्ते से बनाई गई दवा है। कोकेन का निर्माण, कब्जा, परिवहन, अंतर्राज्यीय आयात या निर्यात, बिक्री, खरीद या इस्तेमाल करना अवैध है। इनमें से किसी भी गतिविधि को करने की सजा गतिविधि के प्रकार की बजाय शामिल कोकेन की मात्रा के समानुपाती है।
• छोटी मात्रा (2 ग्राम)-1 साल तक की जेल और/या 10,000 रुपये तक का जुर्माना
• 2 ग्राम-100 ग्राम-10 साल तक की जेल और 1 लाख रुपए तक का जुर्माना
• व्यावसायिक मात्रा (100 ग्राम)-10 से 20 साल की जेल और 1 लाख से 2 लाख रुपये तक का जुर्माना। कोर्ट 2 लाख से ज्यादा जुर्माना भी लगा सकती है।
कोका प्लांट
कोका के पौधे की खेती करने, इकट्ठा करने, उत्पादन, रखने, परिवहन, आयात, निर्यात, बेचने, खरीदने और उपयोग करने के लिए भी अलग से सजा का प्रावधान है। इनमें से किसी भी गतिविधि के लिए, आपको 10 साल तक की जेल और 1 लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।
ट्रिगर वॉर्निंग: निम्नलिखित विषय सूची में ड्रग्स और नशीले पदार्थों के बारे में जानकारी दी जा रही है जो कुछ पाठकों को विचलित कर सकती है।
प्रतिबंधित दवाओं और पदार्थों का सेवन भारत में अवैध है और इसकी सज़ा में जेल और/या जुर्माना शामिल है।
यदि आप कोकेन, मॉर्फिन, डायसेटाइल- मॉर्फिन का सेवन करते हुए पकड़े जाते हैं, तो आपको 1 साल तक की जेल और/या 20,000 रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। किसी भी अन्य प्रतिबंधित दवाओं के लिए, आपको 6 महीने तक की जेल और/या 10,000 रुपये तक के जुर्माने से दंडित किया जा सकता है। सिक्किम भारत का एकमात्र ऐसा राज्य है जो व्यसनियों के पुनर्वास द्वारा नशीली दवाओं के सेवन के लिए प्रोसिक्यूशन से प्रतिरक्षा देता है। व्यसनियों जो मादक द्रव्यों का सेवन करते हैं, वे नशामुक्ति के लिए सरकार द्वारा चलाए जा रहे अस्पताल या संस्थान से चिकित्सा उपचार की मांग स्वेच्छा से कर सकते हैं ताकि प्रोसिक्यूशन से बचा जा सके। इसके अलावा, यदि कोई व्यक्ति सिक्किम में बिना चिकित्सकीय नुस्खे के किसी दवा का सेवन करता है, तो उसे अनिवार्य डिटॉक्सीफिकेशन से गुजरना होगा, उसके बाद पुनर्वास करना होगा और इसके लिए उसे केवल 10000रु. का जुर्माना अदा करना होगा।
ट्रिगर वॉर्निंग: निम्नलिखित विषय सूची में ड्रग्स और नशीले पदार्थों के बारे में जानकारी दी जा रही है जो कुछ पाठकों को विचलित कर सकती है।
पॉपी स्ट्रॉ का उत्पादन, निर्माण, कब्जा, परिवहन, आयात, निर्यात, बिक्री, खरीद, इसका इस्तेमाल और गोदाम में रखना अवैध है। इनमें से किसी भी गतिविधि की सजा उसके प्राकार की बजाय इसमें शामिल पॉपी स्ट्रॉ की मात्रा के समानुपाती होती है।
• छोटी मात्रा (1 किलो)-1 साल तक की जेल और/या 10,000 रुपये तक का जुर्माना
• 1 किलो से 50 किलो-10 साल तक की जेल और 1 लाख रुपए तक का जुर्माना
• व्यावसायिक मात्रा (50 किलो)-10 से 20 साल के बीच की जेल और 1 लाख से 2 लाख रुपये तक का जुर्माना। कोर्ट 2 लाख से ज्यादा जुर्माना भी लगा सकती है।
कंसन्ट्रेटिड पॉपी स्ट्रॉ
कंसन्ट्रेटिड पॉपी स्ट्रॉ अफीम के भूसे से मिलता है। कंसन्ट्रेटिड पॉपी स्ट्रॉ से संबंधित गतिविधियों के लिए दंड पॉपी स्ट्रा से अलग होता है।
• छोटी मात्रा (20 ग्राम)-1 साल तक की जेल और/या 10,000 रुपये तक का जुर्माना
• 20 ग्राम-500 ग्राम-10 साल तक की जेल और 1 लाख रुपए तक का जुर्माना
• व्यावसायिक मात्रा (500 ग्राम)-10 से 20 साल की जेल और 1 लाख से 2 लाख रुपये तक का जुर्माना। कोर्ट 2 लाख से ज्यादा जुर्माना भी लगा सकती है।
ट्रिगर वॉर्निंग: निम्नलिखित विषय सूची में ड्रग्स और नशीले पदार्थों के बारे में जानकारी दी जा रही है जो कुछ पाठकों को विचलित कर सकती है।
मेथमफेटामाइन एक साइकोट्रोपिक पदार्थ है, भारत में इसका निर्माण, कब्जा, परिवहन, आयात, निर्यात, बिक्री, खरीद और इसका इस्तेमाल करना अवैध है।
इनमें से किसी भी क्रियाकलाप को करने की सजा आपके पास पकड़े गए मेथमफेटामाइन की मात्रा के समानुपाती होती है।
• छोटी मात्रा (2 ग्राम)-1 साल तक की जेल और/या 10,000 रुपये तक का जुर्माना
• 2 ग्राम से 50 ग्राम-10 साल तक की जेल और 1 लाख रुपए तक का जुर्माना
• व्यावसायिक मात्रा (50 ग्राम)-10 से 20 साल के बीच जेल की अवधि, और 1 लाख रुपये से 2 लाख रुपये तक का जुर्माना। कोर्ट 2 लाख से ज्यादा जुर्माना भी लगा सकती है।
ट्रिगर वॉर्निंग: निम्नलिखित विषय सूची में ड्रग्स और नशीले पदार्थों के बारे में जानकारी दी जा रही है जो कुछ पाठकों को विचलित कर सकती है।
मॉर्फिन, अफीम से बनने वाली दवा है। उचित सरकारी लाइसेंस के बिना मॉर्फिन का निर्माण, इस पर नियंत्रण रखना, परिवहन, आयात, निर्यात, बिक्री, खरीद और इसका इस्तेमाल करना अवैध है। इनमें से किसी भी गतिविधि को करने की सजा शामिल मॉर्फिन की मात्रा के लिए आनुपातिक है न कि गतिविधि के प्रकार के लिए।
• छोटी मात्रा (5 ग्राम)-1 साल तक की जेल और/या 10,000 रुपये तक का जुर्माना
• 5 ग्राम से 250 ग्राम-10 साल तक की जेल और 1 लाख रुपए तक का जुर्माना
• व्यावसायिक मात्रा (250 ग्राम)-10 से 20 साल के बीच जेल की अवधि और 1 लाख से 2 लाख रुपये के बीच जुर्माना। कोर्ट 2 लाख से ज्यादा जुर्माना भी लगा सकती है।
ट्रिगर वॉर्निंग: निम्नलिखित विषय सूची में ड्रग्स और नशीले पदार्थों के बारे में जानकारी दी जा रही है जो कुछ पाठकों को विचलित कर सकती है।
डायजेपाम एक साइकोट्रोपिक पदार्थ है, भारत में इसका निर्माण, कब्जा, परिवहन, आयात, निर्यात, बिक्री, खरीद और इसका इस्तेमाल करना अवैध है।
इनमें से किसी भी क्रियाकलाप को करने की सजा आपके पास पकड़े गए डायजेपाम की मात्रा के समानुपाती होती है।
• छोटी मात्रा (20 ग्राम)-1 साल तक की जेल और/या 10,000 रुपये तक का जुर्माना
• 20 ग्राम से 500 ग्राम-10 साल तक की जेल और 1 लाख रुपए तक का जुर्माना
• व्यावसायिक मात्रा (500 ग्राम)-10 से 20 साल के बीच जेल की अवधि, और 1 लाख रुपये से 2 लाख रुपये तक का जुर्माना। कोर्ट 2 लाख से ज्यादा जुर्माना भी लगा सकती है।
ट्रिगर वॉर्निंग: निम्नलिखित विषय सूची में ड्रग्स और नशीले पदार्थों के बारे में जानकारी दी जा रही है जो कुछ पाठकों को विचलित कर सकती है।
थेबेइन, अफीम से बनाई गई दवा है। भारत में इसका निर्माण, कब्जा, परिवहन, आयात, निर्यात, बिक्री, खरीद और इसका इस्तेमाल करना अवैध है। इनमें से किसी भी क्रियाकलाप को करने की सजा आपके पास पकड़े गए थेबेइन की मात्रा के समानुपाती होती है।
• छोटी मात्रा (2 ग्राम)-1 साल तक की जेल और/या 10,000 रुपये तक का जुर्माना
• 2 ग्राम से 100 ग्राम-10 साल तक की जेल और 1 लाख रुपए तक का जुर्माना
• व्यावसायिक मात्रा (100 ग्राम)-10 से 20 साल के बीच जेल की अवधि, और 1 लाख रुपये से 2 लाख रुपये तक का जुर्माना। कोर्ट 2 लाख से ज्यादा जुर्माना भी लगा सकती है।
ट्रिगर वॉर्निंग: निम्नलिखित विषय सूची में ड्रग्स और नशीले पदार्थों के बारे में जानकारी दी जा रही है जो कुछ पाठकों को विचलित कर सकती है।
कोडीन, अफीम से बनाई गई दवा है। भारत में कोडीन का निर्माण, कब्जा, परिवहन, आयात, निर्यात, बिक्री, खरीद और इसका इस्तेमाल करना अवैध है। इनमें से किसी भी क्रियाकलाप को करने की सजा आपके पास पकड़े गए कोडीन की मात्रा के समानुपाती होती है।
• छोटी मात्रा (10 ग्राम)-1 साल तक की जेल और/या 10,000 रुपये तक का जुर्माना
• 10 ग्राम से 1 किलो- 10 साल तक की जेल और 1 लाख रुपये तक का जुर्माना
• व्यावसायिक मात्रा(1 किग्रा)-10 से 20 वर्ष के बीच जेल की अवधि, और 1 लाख से 2 लाख रुपए तक का जुर्माना। कोर्ट 2 लाख से ज्यादा जुर्माना भी लगा सकती है।
ट्रिगर वॉर्निंग: निम्नलिखित विषय सूची में ड्रग्स और नशीले पदार्थों के बारे में जानकारी दी जा रही है जो कुछ पाठकों को विचलित कर सकती है।
एक्गोनिन कोका पौधे से बनाई गई दवा है। एक्गोनिन का निर्माण, कब्जा, परिवहन, आयात, निर्यात, बिक्री, खरीद और इसका इस्तेमाल करना अवैध है। इनमें से किसी भी क्रियाकलाप को करने की सजा आपके पास पकड़े गए एक्गोनिन की मात्रा के समानुपाती होती है।
• छोटी मात्रा (2 ग्राम)-1 साल तक की जेल और/या 10,000 रुपये तक का जुर्माना
• 2 ग्राम से 50 ग्राम-10 साल तक की जेल और 1 लाख रुपए तक का जुर्माना
• व्यावसायिक मात्रा (50 ग्राम)-10 से 20 साल के बीच जेल की सजा, और 1 लाख रुपये से 2 लाख रुपये तक का जुर्माना। कोर्ट 2 लाख से ज्यादा जुर्माना भी लगा सकती है।