नशीली दवाओं / पदार्थों का सेवन

आखिरी अपडेट Oct 4, 2022

ट्रिगर वॉर्निंग: निम्नलिखित विषय सूची में ड्रग्स और नशीले पदार्थों के बारे में जानकारी दी जा रही है जो कुछ पाठकों को विचलित कर सकती है। 

प्रतिबंधित दवाओं और पदार्थों का सेवन भारत में अवैध है और इसकी सज़ा में जेल और/या जुर्माना शामिल है।

यदि आप कोकेन, मॉर्फिन, डायसेटाइल- मॉर्फिन का सेवन करते हुए पकड़े जाते हैं, तो आपको 1 साल तक की जेल और/या 20,000 रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। किसी भी अन्य प्रतिबंधित दवाओं के लिए, आपको 6 महीने तक की जेल और/या 10,000 रुपये तक के जुर्माने से दंडित किया जा सकता है। सिक्किम भारत का एकमात्र ऐसा राज्य है जो व्यसनियों के पुनर्वास द्वारा नशीली दवाओं के सेवन के लिए प्रोसिक्यूशन से प्रतिरक्षा देता है। व्यसनियों जो मादक द्रव्यों का सेवन करते हैं, वे नशामुक्ति के लिए सरकार द्वारा चलाए जा रहे अस्पताल या संस्थान से चिकित्सा उपचार की मांग स्वेच्छा से कर सकते हैं ताकि प्रोसिक्यूशन से बचा जा सके। इसके अलावा, यदि कोई व्यक्ति सिक्किम में बिना चिकित्सकीय नुस्खे के किसी दवा का सेवन करता है, तो उसे अनिवार्य डिटॉक्सीफिकेशन से गुजरना होगा, उसके बाद पुनर्वास करना होगा और इसके लिए उसे केवल 10000रु. का जुर्माना अदा करना होगा।

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नशीली दवाओं के दुरुपयोग को नियंत्रित करने के लिए सरकार के प्रयास

इस योजना के तहत नशा करने वालों के लिए एकीकृत पुनर्वास केंद्र चलाने और पात्र एजेंसियों को आर्थिक सहायता दी जाती है।

उपभोक्ता शिकायतों के प्रकार

उपभोक्ता संरक्षण कानून के तहत प्रत्येक व्यक्ति को निम्नलिखित प्रकार की उपभोक्ता शिकायतें दर्ज करने का अधिकार है |

उपभोक्ता शिकायत मंच

उपभोक्ता संरक्षण कानून संबद्ध प्राधिकरणों को निर्दिष्‍ट करता है कि कोई उपभोक्ता-अधिकारों का उल्‍लंघन होने पर उनसे संपर्क कर सकता है।

उपभोक्ता अधिकारों के उल्‍लंघन के लिए दंड

उपभोक्ता अधिकारों के उल्‍लंघन के लिए किसी व्यक्ति या संस्था को दंडित करने की शक्ति केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण के पास होती है।

उपभोक्ता अधिकार क्या होते हैं?

अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होना उपभोक्ताओं के लिए महत्वपूर्ण है ताकि वे अपने हितों के मद्देनज़र आत्मविश्वास से अपने विकल्‍प चुन सकें।

शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया

इस सबके बावजूद, शिकायत का समाधान न होने पर, आप उपभोक्ता मंचों से संपर्क हेतु किसी वकील की मदद ले सकते हैं।