चेक बाउंस होने के मामलों में सजा

आखिरी अपडेट Aug 11, 2022

चेक बाउंस होना दीवानी (सिविल) और फौजदारी (क्रिमिनल) दोनों तरह का अपराध है। आप अपने पैसे की वसूली के लिए दीवानी मुक़दमा दायर कर सकते हैं और साथ ही चेक बाउंस करने वाले व्यक्ति को दंडित करने के लिए आपराधिक शिकायत भी कर सकते हैं। दोनों के लिए कार्यवाही दो अलग-अलग मामलों में होगी। आप केवल एक मामला दर्ज करना चुन सकते हैं या आप इन मामलों को एक साथ दर्ज कर सकते हैं।

दीवानी मुक़दमे में आपके लिए उपलब्ध उपाय ब्याज के साथ चेक राशि का पुनर्भुगतान है। जबकि, एक आपराधिक शिकायत में, चेक के अपराधी/चेक काटने वाले को दो साल तक की जेल की सजा हो सकती है, और/या चेक की राशि का दोगुना जुर्माना लगाया जा सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

क्या आपके पास कोई कानूनी सवाल है जो आप हमारे वकीलों और वालंटियर छात्रों से पूछना चाहते हैं?

Related Resources

उपभोक्ता शिकायत मंच

उपभोक्ता संरक्षण कानून संबद्ध प्राधिकरणों को निर्दिष्‍ट करता है कि कोई उपभोक्ता-अधिकारों का उल्‍लंघन होने पर उनसे संपर्क कर सकता है।

उपभोक्ता शिकायतों के प्रकार

उपभोक्ता संरक्षण कानून के तहत प्रत्येक व्यक्ति को निम्नलिखित प्रकार की उपभोक्ता शिकायतें दर्ज करने का अधिकार है |

ग्राहक दायित्व

ग्राहक को किसी तीसरे पक्ष के साथ भुगतान क्रेडेंशियल प्रकट नहीं करना चाहिए। यदि कोई ग्राहक ऐसा करता है तो लापरवाह के कारण देनदारी बढ़ जाएगी।

शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया

इस सबके बावजूद, शिकायत का समाधान न होने पर, आप उपभोक्ता मंचों से संपर्क हेतु किसी वकील की मदद ले सकते हैं।

ई-कॉमर्स प्लैटफॉर्म के खिलाफ उपभोक्ता शिकायतें

खुदरा विक्रेताओं के माध्यम से खरीदे गए डिजिटल और अन्य उत्पादों से जुड़े अनुचित व्यापार व्‍यवहारों के खिलाफ भी शिकायत कर सकते हैं।

ऑनलाइन बैंक धोखाधड़ी को रोकने के लिए बैंकों की जिम्मेदारी

बैंकों को अपने ग्राहकों को इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग लेनदेन के लिए अनिवार्य रूप से एसएमएस अलर्ट के लिए पंजीकरण करने के लिए कहना चाहिए।