ट्रिगर वॉर्निंग: निम्नलिखित विषय में शारीरिक हिंसा पर जानकारियां दी गई है, जिससे कुछ पाठकों को असहज महसूस हो सकता है।
एसिड अटैक के सर्वाइवर को कानून के तहत निम्नलिखित अधिकार प्राप्त हैं:
चिकित्सा उपचार लेने का अधिकार
एसिड अटैक के सर्वाइवर को सरकारी और प्राईवेट अस्पतालों में इलाज कराने का अधिकार है। सुप्रीम कोर्ट ने एसिड अटैक अपराधों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जहां उन्होंने कहा है कि:
• कोई भी अस्पताल या क्लिनिक विशेष सुविधाओं की कमी का बहाना देते हुए एसिड अटैक सर्वाइवर के इलाज से इनकार नहीं कर सकता।
• सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों को सर्वाइवर को प्राथमिक चिकित्सा और चिकित्सा उपचार निःशुल्क उपलब्ध कराना होगा।
कोर्ट ने पीड़ितों के इलाज और पुनर्वास की जिम्मेदारी राज्य सरकार को दी है। इसके अतिरिक्त, कोर्ट राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से उन अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई करने की अपेक्षा करता है, जो एसिड अटैक सर्वाइवर का इलाज करने से इनकार करते हैं।
शिकायत दर्ज करने का अधिकार
एसिड अटैक सर्वाइवर को भी अपराधी के खिलाफ शिकायत दर्ज करने का अधिकार है। सर्वाइवर के रिश्तेदार, दोस्त या परिचित, कोई भी व्यक्ति जिसने अपराध देखा है, या कोई भी व्यक्ति जिसे अपराध के बारे में पता चलता है, शिकायत दर्ज कर सकता है। अन्य व्यक्तियों की सूची देखने के लिए जो शिकायत दर्ज कर सकते हैं, यहां देखें।
दर्ज की गई शिकायत को प्रथम सूचना रिपोर्ट (“एफआईआर”) के रूप में जाना जाता है। एफआईआर एक दस्तावेज है जिसमें वह जानकारी होती है जिसे एक पुलिस अधिकारी अपराध की सूचना मिलने पर भरता है। एफआईआर दर्ज करने का तरीका जानने के लिए, आप हमारे एक दूसरे लेख ‘एफआईआर कैसे दर्ज करें’ को पढ़ सकते हैं।
किसी भी पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की जा सकती है, भले ही वह जगह जहां अपराध हुआ है उसके अधिकार क्षेत्र में आती हो या नहीं। इसके बाद यह जानकारी अपेक्षित क्षेत्राधिकार वाले पुलिस स्टेशन को स्थानांतरित(ट्रांसफर) कर दी जाएगी। इस अवधारणा को आम तौर पर एक शून्य प्राथमिकी या जीरो एफआईआर के रूप में जाना जाता है। जीरो एफआईआर के बारे में अधिक समझने के लिए, आप ‘एफआईआर कहां दर्ज की जा सकती है’ पर हमारे लेख को पढ़ सकते हैं।
मुआवजे का अधिकार
एसिड अटैक सर्वाइवर को राज्य सरकार से मुआवजे की मांग करने का अधिकार है। पीड़ित मुआवजा योजना को 2018 में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा अनुमोदित किया गया था, इसे राष्ट्रीय कानूनी सेवा प्राधिकरण द्वारा तैयार किया गया था। यह योजना एसिड अटैक सर्वाइवर के साथ-साथ यौन उत्पीड़न, हत्या, अपहरण आदि सहित यौन अपराधों के लिए अनिवार्य मुआवजे का प्रावधान करती है। मुआवजे के अलावा, इस योजना के तहत, सर्वाइवर को न्यायालय द्वारा लगाये जुर्माने की राशि प्राप्त होती है, जिसका अपराधी अपराध करने के लिए भुगतान करता है।
विभिन्न राज्य सरकारों ने एसिड अटैक सर्वाइवर के लिए पीड़ित मुआवजा योजनाएं बनाई हैं। यह ध्यान में रखते हुए कि राज्य की योजनाओं में एकरूपता की कमी है, और इनमें से अधिकांश योजनाओं में निर्दिष्ट मुआवजे की राशि बहुत कम है, सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि:
• प्रत्येक सर्वाइवर को राज्य सरकार द्वारा न्यूनतम 3 लाख रुपये की राशि प्रदान की जानी चाहिए। यह न्यूनतम राशि है, और जहां आवश्यक हो, राज्य सरकार अधिक राशि प्रदान कर सकती है।
• कोई भी मुआवज़ा राशि न केवल सर्वाइवर की शारीरिक चोटों बल्कि पूर्ण रूप से जीवन जीने में उनकी अक्षमता को भी ध्यान में रखकर तय होना चाहिए। 17
• संबंधित राज्य/संघ राज्य क्षेत्र के मुख्य सचिव/प्रशासक को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस राशि का भुगतान किया जा चुका है।
सर्वाइवर्स ऑफ वॉयलेंस के लिए विभिन्न राज्यों की योजनाओं, वन-स्टॉप सेंटरों, सुरक्षा अधिकारियों और हेल्पलाइन नंबरों के संपर्क आदि ज़रूरी जानकारी के बारे में अधिक जानने के लिए, सर्वाइवर्स ऑफ वॉयलेंस के बारे में के लिए न्याया मैप को देखें।
भारत में राज्य पीड़ित मुआवजा योजनाओं की सूची नीचे दी गई है:
राज्य |
योजना का नाम |
अरुणाचल प्रदेश |
अरुणाचल प्रदेश पीड़ित मुआवजा योजना, 2011 |
असम |
असम पीड़ित मुआवजा योजना, 2012 |
बिहार |
बिहार पीड़ित मुआवजा योजना, 2011 |
छत्तीसगढ़ |
छत्तीसगढ़ पीड़ित मुआवजा योजना, 2011 |
चंडीगढ़ |
चंडीगढ़ पीड़ित सहायता योजना, 2012 |
दादरा और नगर हवेली |
दादरा और नगर हवेली पीड़ित सहायता योजना, 2012 |
दमन और दीव |
दमन और दीव पीड़ित सहायता योजना, 2012 |
दिल्ली |
दिल्ली पीड़ित मुआवजा योजना, 2015 |
गोवा |
गोवा पीड़ित मुआवजा योजना, 2012 |
गुजरात |
गुजरात पीड़ित मुआवजा योजना, 2013 |
हरियाणा |
हरियाणा पीड़ित मुआवजा योजना, 2013 |
हिमाचल प्रदेश |
हिमाचल प्रदेश (अपराध का शिकार) मुआवजा योजना, 2012 |
जम्मू और कश्मीर |
जम्मू और कश्मीर पीड़ित मुआवजा योजना, 2013 |
झारखंड |
झारखंड पीड़ित मुआवजा योजना, 2012 |
कर्नाटक |
कर्नाटक पीड़ित मुआवजा योजना, 2011 |
केरल |
केरल पीड़ित मुआवजा योजना, 2014 |
लक्षद्वीप |
लक्षद्वीप पीड़ित सहायता योजना, 2012 |
मणिपुर |
मणिपुर पीड़ित मुआवजा योजना, 2011 |
मेघालय |
मेघालय पीड़ित मुआवजा योजना, 2014 |
मिजोरम |
मिजोरम पीड़ित मुआवजा योजना, 2011 |
महाराष्ट्र |
महाराष्ट्र पीड़ित मुआवजा योजना, 2014 |
मध्य प्रदेश |
मध्य प्रदेश पीड़ित मुआवजा योजना, 2015 |
नगालैंड |
नागालैंड पीड़ित मुआवजा योजना, 2012 |
उड़ीसा |
ओडिशा पीड़ित मुआवजा योजना, 2012 |
पुडुचेरी |
पुडुचेरी पीड़ित सहायता योजना, 2012 |
पंजाब |
पंजाब पीड़ित मुआवजा योजना, 2017 |
राजस्थान |
राजस्थान पीड़ित मुआवजा योजना, 2011 |
सिक्किम |
सिक्किम पीड़ितों को या उनके आश्रितों को मुआवजा योजना, 2011 |
तमिलनाडु |
तमिलनाडु महिला पीड़ितों / यौन उत्पीड़न / अन्य अपराधों से बचे लोगों के लिए पीड़ित मुआवजा योजना, 2018 |
त्रिपुरा |
त्रिपुरा पीड़ित मुआवजा योजना, 2012 |
उतार प्रदेश |
उत्तर प्रदेश पीड़ित मुआवजा योजना, 2014 |
उत्तराखंड |
उत्तराखंड अपराध से पीड़ित सहायता योजना, 2013 |
पश्चिम बंगाल |
पश्चिम बंगाल पीड़ित मुआवजा योजना, 2012 |