हिंदू विवाह कानून के तहत तलाक के बाद पुनर्विवाह

आखिरी अपडेट Sep 29, 2022

यदि आप पुनर्विवाह करना चाहते हैं, तो आपको न्यायालय के अंतिम आदेश की तारीख से 90 दिनों तक प्रतीक्षा करनी होगी, ताकि आपके पति या पत्नी के पास न्यायालय के निर्णय के खिलाफ ‘अपील’ करने का समय हो।

कानून के तहत, आप तलाक की डिक्री प्राप्त करने के ठीक बाद पुनर्विवाह कर सकते हैं जब:

• पति या पत्नी जो न्यायालय के निर्णय से नाखुश हैं, पहले ही तलाक की डिक्री के खिलाफ अपील कर चुके हैं, और अदालत ने उस अपील को खारिज कर दिया है।

• तलाक की डिक्री के खिलाफ अपील करने का कोई अधिकार नहीं है।

• जहां आपने और आपके पति या पत्नी ने तलाक के संबंध में सभी मुद्दों जैसे कि बच्चे, संपत्ति आदि का निपटारा कर लिया है और आप दोनों ने कोई और मामला दर्ज नहीं करने का फैसला किया है।

इसके लिए कृपया किसी वकील से सलाह लें।

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शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया

इस सबके बावजूद, शिकायत का समाधान न होने पर, आप उपभोक्ता मंचों से संपर्क हेतु किसी वकील की मदद ले सकते हैं।

उपभोक्ता शिकायत मंच

उपभोक्ता संरक्षण कानून संबद्ध प्राधिकरणों को निर्दिष्‍ट करता है कि कोई उपभोक्ता-अधिकारों का उल्‍लंघन होने पर उनसे संपर्क कर सकता है।

उपभोक्ता शिकायतों के प्रकार

उपभोक्ता संरक्षण कानून के तहत प्रत्येक व्यक्ति को निम्नलिखित प्रकार की उपभोक्ता शिकायतें दर्ज करने का अधिकार है |

ऑनलाइन बैंक धोखाधड़ी को रोकने के लिए बैंकों की जिम्मेदारी

बैंकों को अपने ग्राहकों को इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग लेनदेन के लिए अनिवार्य रूप से एसएमएस अलर्ट के लिए पंजीकरण करने के लिए कहना चाहिए।

ई-कॉमर्स प्लैटफॉर्म के खिलाफ उपभोक्ता शिकायतें

खुदरा विक्रेताओं के माध्यम से खरीदे गए डिजिटल और अन्य उत्पादों से जुड़े अनुचित व्यापार व्‍यवहारों के खिलाफ भी शिकायत कर सकते हैं।

ग्राहक दायित्व

ग्राहक को किसी तीसरे पक्ष के साथ भुगतान क्रेडेंशियल प्रकट नहीं करना चाहिए। यदि कोई ग्राहक ऐसा करता है तो लापरवाह के कारण देनदारी बढ़ जाएगी।