एलजीबीटी व्यक्तियों के लिए पासपोर्ट

आखिरी अपडेट Jul 12, 2022

आपका पासपोर्ट, सरकार द्वारा जारी किया गया एक आधिकारिक दस्तावेज़ है, जो आपको अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यात्रा करने की अनुमति देता है। विदेश मंत्रालय, केंद्रीय पासपोर्ट संगठन (Central Passport Organisation, CPO) के माध्यम से पासपोर्ट जारी करता है। आप भारत में पासपोर्ट कार्यालय, पासपोर्ट सेवा केंद्र (PSK) और पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र (POPSK) में जाकर पासपोर्ट के लिए आवेदन कर सकते हैं

एक पासपोर्ट के लिए आवेदन करने, या पासपोर्ट अपडेट कराने के दौरान आपको कुछ महत्वपूर्ण अधिकार दिए गए हैं, जो निम्नलिखित हैं:

नया पासपोर्ट बनवाना / अपडेट कराना और पुनः जारी कराना

नए पासपोर्ट बनवाने की प्रक्रिया, अपने पासपोर्ट को अपडेट कराने की प्रक्रिया, और आपके पासपोर्ट के खो जाने या क्षतिग्रस्त होने पर, पासपोर्ट को पुनः जारी कराने की प्रक्रिया, भारत में ये सभी प्रक्रियाएं एक ही है। पासपोर्ट के संबंध में, एक पासपोर्ट को पुनः जारी कराना, उसके नवीकरण कराने के समान है। इस प्रक्रिया को ऑनलाइन या ऑफ-लाइन, दोनों माध्यमों से किया जा सकता है। नया पासपोर्ट बनवाने, पासपोर्ट के विवरण को अपडेट कराने, या पासपोर्ट को पुनः जारी कराने के तरीकों को समझने के लिए, यहां पढ़ें।

  • नाम

    : यदि आपने अपने निर्धारित लिंग को प्रतिबिंबित करने के लिए अपना नाम बदल दिया है, तो आप पासपोर्ट आवेदन फॉर्म में अपना नया नाम भर सकते हैं। आपको अपने बदले हुए नाम के केंद्रीय / राज्य राजपत्र की एक प्रति और किसी अन्य पहचान प्रमाण पत्र की एक प्रति अपने साथ ले जानी चाहिए, जो पासपोर्ट अधिकारियों द्वारा मांगे जाने पर आपके नए नाम की प्रमाणिकता को दे सके।

  • लिंग विवरण

    : नया पासपोर्ट बनवाते समय, आपके पास लिंग के लिए 3 विकल्प होते हैं, “पुरुष”, “महिला” और “तीसरा लिंग (ट्रांसजेंडर)”। यह विकल्प भारत के सभी पासपोर्ट कार्यालयों और पासपोर्ट आवेदन फॉर्म में उपलब्ध है।

पासपोर्ट अधिकारी आपसे अपने लिंग की पहचान के दस्तावेज, या नाम बदलने के प्रमाण दस्तावेज़ की मांग कर सकते हैं, लेकिन वे आपका किसी भी प्रकार से उत्पीड़न नहीं कर सकते हैं, और ना ही लिंग सत्यापन की मांग मौके पर कर सकते हैं। यदि आपको किसी उत्पीड़न या भेदभाव का सामना करना पड़ा है, तो आपको पासपोर्ट अधिकारियों के पास शिकायत दर्ज करानी चाहिए। अगर वे अधिकारी कार्रवाई नहीं करते हैं, तो आप वकीलों, गैर सरकारी संगठनों आदि की मदद ले सकते हैं ताकि यह प्रक्रिया आपके लिये सहज हो सके, और साथ ही आप पुलिस में शिकायत दर्ज कराकर कार्रवाई भी कर सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

क्या आपके पास कोई कानूनी सवाल है जो आप हमारे वकीलों और वालंटियर छात्रों से पूछना चाहते हैं?

Related Resources

ऑनलाइन बैंक धोखाधड़ी को रोकने के लिए बैंकों की जिम्मेदारी

बैंकों को अपने ग्राहकों को इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग लेनदेन के लिए अनिवार्य रूप से एसएमएस अलर्ट के लिए पंजीकरण करने के लिए कहना चाहिए।

शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया

इस सबके बावजूद, शिकायत का समाधान न होने पर, आप उपभोक्ता मंचों से संपर्क हेतु किसी वकील की मदद ले सकते हैं।

उपभोक्ता शिकायत मंच

उपभोक्ता संरक्षण कानून संबद्ध प्राधिकरणों को निर्दिष्‍ट करता है कि कोई उपभोक्ता-अधिकारों का उल्‍लंघन होने पर उनसे संपर्क कर सकता है।

उपभोक्ता शिकायतों के प्रकार

उपभोक्ता संरक्षण कानून के तहत प्रत्येक व्यक्ति को निम्नलिखित प्रकार की उपभोक्ता शिकायतें दर्ज करने का अधिकार है |

ई-कॉमर्स प्लैटफॉर्म के खिलाफ उपभोक्ता शिकायतें

खुदरा विक्रेताओं के माध्यम से खरीदे गए डिजिटल और अन्य उत्पादों से जुड़े अनुचित व्यापार व्‍यवहारों के खिलाफ भी शिकायत कर सकते हैं।

अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के लोगों के खिलाफ क्रूर और अपमानजनक अत्याचार

अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के लोगों के खिलाफ किए गए निम्न में से किसी भी अपराध को कानून ने अत्याचार माना हैछ
citizen rights icon