अवमानना याचिका दायर करने की प्रक्रिया संबंधित उच्च न्यायालयों और सर्वोच्च न्यायालयों के नियमों पर निर्भर करती है। सर्वोच्च न्यायालय के नियमों के अनुसार अवमानना याचिका में निम्न शामिल होना चाहिए:
• शिकायतकर्ताओं और आरोपित व्यक्तियों का नाम, विवरण और निवास स्थान (कथित अवमानना के साथ)।
• कथित अवमानना की प्रकृति और तथ्य, जिसमें कथित अवमानना की तारीख या तारीख शामिल हैं।
• यदि पहले भी उन्हीं तथ्यों पर याचिका दायर की गई है तो शिकायतकर्ता को पूर्व में की गई याचिका का विवरण देना होगा और मामले का परिणाम भी बताना होगा।
याचिका के समर्थन में एक हलफनामा और शिकायतकर्ता के पास मौजूद कोई भी दस्तावेज होना चाहिए। दस्तावेज़ या तो मूल या वास्तविक प्रति होना चाहिए। यह समझने के लिए कि किसे शिकायत दर्ज करनी है, “कानून के तहत शिकायत के संबंध में आप किससे शिकायत कर सकते हैं?” लेख को देखें।
धुव्र
November 3, 2023
सर में कक्षा 10 का छात्र हूं मेरी स्कूल से T C काट दी है फीस के लिए सर आपसे निवेदन है उस स्कूल में एडमिशन कर बा दीजिए आपकी बहुत महान कृपा होगी
नाम ध्रुव
मोबाइल नंबर 9027323179
Alka Manral
June 24, 2024
आपको स्थानीय शैक्षिक अधिकारी से संपर्क करके इस मामले को हल करने का प्रयास करना चाहिए। आपको आपके नए स्कूल की प्राथमिकताओं के बारे में भी चिंतित होना चाहिए। यदि कोई है और समाधान नहीं हुआ है तो आप स्कूल अधिकारियों को टीसी देने के लिए मजबूर करने के लिए नजदीकी अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैंI
Prashant Agrawal
October 16, 2024
कृप्या मार्गदर्शन प्रदान करें।
Suprem Court,
Civil Apeal 7873of 2024,
पेज 11, पैराग्राफ 13
“The High Court was thus
correct in observing that Respondent No. 02 was
liable to pay property tax from the date of acquisition
of ownership”
क्या उपरोक्त आदेश वाक्यांश/रूलिंग COI आर्टिकल 141 के अंर्तगत उत्तर प्रदेश राज्य में बाध्यकारी होंगी?
Sikha
November 8, 2024
आपको स्थानीय शैक्षिक अधिकारी से संपर्क करके इस मामले को हल करने का प्रयास करना चाहिए। आपको आपके नए स्कूल की प्राथमिकताओं के बारे में भी चिंतित होना चाहिए। यदि कोई है और समाधान नहीं हुआ है तो आप स्कूल अधिकारियों को टीसी देने के लिए मजबूर करने के लिए नजदीकी अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैंI
kanika aggarwal
May 19, 2024
I am from haridwar uttarakhand
Nagar nigam k duara 2010 m humari dukaane htta di gyi thi jiske supreme court k order h hume pakki dukane dene ka nagar nigam k duara
Lkin abhi tk hume koi dukan nhi milli h hume ngar nigam m saaf mna kr diya gya h apko kuch nhi milega
Humari mdad kre