किसी दलाल (या ब्रोकर) से संपर्क करें
जब आप घर या फ्लैट की तलाश करने का निर्णय लेते हैं, तो आपको उस क्षेत्र के, जहां आप रहना चाहते हैं, किसी दलाल से संपर्क करने की आवश्यकता हो सकती है। आमतौर पर दलाल को, घर सुनिश्चित करने और अनुबंध पर हस्ताक्षर होने के बाद ही भुगतान किया जाता है।
निरीक्षण
आपको किस तरह का मकान चाहिए, फर्निश्ड या अनफर्निश्ड, यह सुनिश्चित करने के लिए आपको स्वयं जाकर मकान का देखना/निरीक्षण करना चाहिए कि क्या यह मकान आपकी सभी आवश्यकताओं को पूरी करता है या नहीं।
चाहे आप कैसा भी मकान किराए पर ले रहे हों, कुछ बुनियादी आवश्यकताएं, जैसे कि जल आपूर्ति के सारे साधन, बिजली के फिटिंग्स जैसे बल्ब, पंखे आदि आम तौर से सभी मकान में पहले से ही उपलब्ध रहती हैं। यदि इनके अलावा आपकी कोई और आवश्यकता है तो उसके लिये मकान मालिक या लाइसेंसकर्ता के साथ सौदा करने की जरूरत पड़ती है।
टोकन मनी या बयाना
यदि आप मकान लेने के बारे में सुनिश्चित होने से पहले सोचने का कुछ समय चाहते हैं, तो आप मकान मालिक को एक टोकन मनी देकर, उसे कुछ समय के लिये किसी और को मकान किराए पर देने से रोक सकते हैं। टोकन मनी का भुगतान करना एक विकल्प है और इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि मकान मालिक किसी अन्य संभावित किरायेदारों या लाइसेंसधारियों को फ्लैट न दिखाये। यदि आपने टोकन मनी का भुगतान किया है, तो उसकी रसीद ले लें।
टोकन मनी भुगतान एक ऐसी परिपाटी है जो कानून द्वारा विनियमित नहीं है।
टोकन मनी देते वक्त आपको सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि मकान मालिक से टोकन मनी वापस न मिलने की स्थिति में उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करना मुश्किल हो सकता है।
उठाये जाने वाले कदम
पहचान के प्रमाण की मांग करें
आप मकान मालिक/लाइसेंसकर्ता से पहचान के प्रमाण की मांग कर सकते हैं ताकि आप संतुष्ट हो सकें कि वह मकान मालिक ही मकान का असली मालिक है, या उसके पास संपत्ति को किराए पर देने की अनुमति है। पहचान प्रमाण मांगने का उद्देश्य यह जांचना है कि क्या यह वही व्यक्ति है जो वह होने का दावा कर रहा है। उपयोग किए जाने वाले सबसे सामान्य कुछ पहचान पत्रों में है, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस आदि। आईडी कार्ड पर फोटो के साथ स्थायी पता भी लिखा होना चाहिए।
किराए और सुरक्षा जमाराशि (सिक्युरिटी डिपॉजिट) पर सौदेबाजी करना
उसके साथ किराया और सुरक्षा जमाराशि पर सौदा करें, और दोनों के लिए रसीद भी ले लें। कुछ मामलों में, किराए पर सौदा करते समय दलालों से काफी मदद मिल सकती है, इसलिए ऐसे वक्त पर आप उन्हें अपने साथ आने का अनुरोध भी कर सकते हैं।
घर में अपेक्षित सुविधाओं के बारें समझौता करें
घर का निरीक्षण करते समय यदि आप इसमें किसी तरह का बदलाव, परिवर्धन करना, चाहते हैं, तो अनुबंध पर हस्ताक्षर करने से पहले आपको अपने मकान मालिक को यह बताना चाहिए। ऐसा करने से आप यह जान पाएंगे कि मकान मालिक आपकी आवश्यकताओं के लिए समझौता करने के लिए तैयार है या नहीं, और आप भी यह अनुमान लगा कर सकते हैं कि आप इस घर को सबसे अच्छी कीमत पर पा रहे हैं या नहीं। मरम्मत करने और अलग से लगाये जाने वाली चीजों की एक सूची तैयार करें ताकि आपका मकान मालिक उन पर गौर कर सके।
सौदेबाजी करते समय आपको पहले उस व्यक्ति की पहचान स्थापित करने की कोशिश करनी चाहिए, जिसके साथ आप समझौता करने जा रहे हैं। इस जानकारी का होना महत्वपूर्ण है, ताकि आप अपने अधिकारों का दावा करने में सक्षम रहें और जिस व्यक्ति के साथ आप एग्रीमेटं कर रहे हैं, उसके साथ लेन-देन या सौदा कर सकें। यदि आपके पास इसकी जानकारी रहती है, तो आपके लिए नीचे दिए गए मामलों में पुलिस के पास या अदालत के पास जाना आसान होगा:
- एग्रीमेंट समझौते पर हस्ताक्षर करने के पहले ही कोई छल या धोखा हुआ हो।
- एग्रीमेंट या भुगतान को लेकर कोई समस्या या विवाद हो जाए।
जब आप अपने एग्रीमेंट पर सौदा कर रहे हों, तो मौखिक रूप से सहमत अपने सभी शर्तों को स्पष्टतः कर लेना, और उन्हें लिखित रूप दे देना महत्वपूर्ण है। एक बार जब किराया के एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर हो जाता है तो उसके बादः
- इस पर आसानी से विवाद खड़ा नहीं किया जा सकता है। इसलिए, समझौते पर हस्ताक्षर करने से पहले, इस पर ठीक से सौदा कर लेना और उसे पूरी तरह पढ़ लेना जरूरी है।
- यदि आपका मकान मालिक/किरायेदार आपसे कुछ और मांगता है जो अनुबंध में नहीं है तो आप उसे मना कर सकते हैं।
मकान किराए पर देते समय एक एग्रीमेंट किया जाता है, लेकिन ऐसा करते वक्त अक्सर किराए संबंधी कानूनी प्रक्रियाओं का ठीक से पालन नहीं किया जाता है।
चूंकि यह एक अनुबंध है और इसमें संपत्ति और पैसे का लेन-देन शामिल है, इसलिए मकान किराए पर लेते/देते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है:
आपने मकान मालिक/लाइसेंसकर्ता/किरायेदार/लाइसेंसधारी के साथ आपका संबंध एक आनुबांधिक संबंध है। अर्थात आपका कानूनी संबंध एक सौदे पर आधारित है, जिसमें कुछ स्पष्टतः शर्तें होती है।
इन सब के बावजूद
- यदि आपने मकान किराये पर लेते समय कोई लीज एग्रीमेंट किया है तो आपके पास कुछ अन्य संरक्षण उपलब्ध है।
- इस प्रकार का कानूनी संरक्षण आपको लीव और लाइसेंस एग्रीमेंट के तहत नहीं उपलब्ध होगा।
सौदे के सिद्वांत और स्पष्ट शर्ते दोनों प्रकार की करारों को लागू होतीं है, भले ही उनसे जो भी संरक्षण उपलब्ध हो।
आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जिन शर्तों पर सहमति हुई है या जिस रकम का भुगतान किया है, उसके पर्याप्त सबूत आपके पास हैं।
इसे इस तरह किया जा सकता है:
- समझौते की एक लिखित प्रतिलिपि होनी चाहिए
- कागज/व्हाट्सएप/ईमेल/संदेश (यदि संभव हो तो), या मौखिक रूप से की गई चर्चा को लिख लेना चाहिए, और
- यदि कोई भुगतान किया गया है तो उसकी रसीदें (यदि संभव हो तो) रख लेनी चाहिये।
इससे यह सुनिश्चित होता है कि यदि कोई व्यक्ति किसी भुगतान या सहमति के शर्तों पर विवाद करता है तो आप सहमति के शर्तों पर किये गये भुगतान का प्रमाण दिखा सकते हैं।
किरायेदारों/लाइसेंसधारी और मकान मालिकों/लाइसेंसकर्ता दोनों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए, आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आपके पास एक लिखित करार है। इस करार को अंतिम रूप देते समय, इसमें उल्लिखित सभी शर्तों को पढ़ना बहुत महत्वपूर्ण है।
ये शर्तें न केवल आपकी किराया राशि और सुरक्षा जमाराशि तय करती हैं, बल्कि कई अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं को भी शामिल करती है, जैसे कि घर/संपत्ति का रखरखाव, संबंधित बिलों का भुगतान, घर छोड़ने की सूचना अवधि (नोटिस पीरियड), आदि।
सुनिश्चित करें कि आपके लीज या लीव एंड लाइसेंस समझौते में निम्नलिखित प्रावधान मौजूद हैं:
- किरायेदार/लाइसेंसधारी और मकान मालिक/लाइसेंसकर्ता के नाम
- करार का उद्देश्य
- करार की अवधि
- किराए की राशि
- किराए के भुगतान की तारीख
- सुरक्षा जमाराशि
- अनुरक्षण राशि
- मरम्मतों की जिम्मेदारी सुनिश्चित करना
- फर्नीचर/फिटिंग/अन्य वस्तुओं की सूची
- समझौते की समाप्ति का नोटिस
- परिसर में मकान मालिक के प्रवेश की नोटिस
- सोसाइटी/आरडब्ल्यूए के सभी उपनियमों का पालन करने की घोषणा
- मकान मालिक/लाइसेंसकर्ता की अनुमति के बाद ही किसी उप-किराएदार रखने की घोषणा
- विवाद समाधान के लिए किस न्यायालय में जाना
- एक निश्चित अवधि के बाद किराए में वृद्धि की दर, यदि कुछ है तो।
- मकान मालिक / लाइसेंसकर्ता या किरायेदार / लाइसेंसधारी के हस्ताक्षर
- दो गवाहों के हस्ताक्षर
एक मकान या फ्लैट को किराए पर लेने में कई प्रक्रियाएं और कार्यविधियां शामिल हैं। यदि आप इन प्रक्रियाओं और कार्यविधियों से अवगत नहीं हैं, तो आप से कोई गलत लाभ उठा सकता है। मकान किराए पर लेते समय अपनी सुरक्षा के लिए कृपया निम्नलिखित बातों को जान लें:
- मकान कैसे ढूढ़ें
- अपना करार तय करना
- लिखित एग्रीमेन्ट पर हस्ताक्षर करना
- करार का पंजीकरण कराना या उस पर नोटरी से हस्ताक्षर करवाना
- करार के सम्बन्ध में स्टॉम्प ड्यूटी का भुगतान करना
- किराये का भुगतान करना
- पुलिस से सत्यापन कराना
जब आप मकान किराए पर ले रहे हों या किराए पर अपना घर दे रहे हैं, तो एग्रीमेंट करना उपयुक्त है ताकि:
- जब पैसे, उपयोगिताओं और मरम्मत आदि के बारे में कोई असहमति होती है, तो अनुबंध का विवरण आपस में सहमति बनाने में सार्थक होगा।
- यदि आप पुलिस/अदालत में शिकायत दर्ज करना चाहते हैं तो आप लिखित समझौते/अनुबंध को प्रमाण के रूप में दिखा सकते हैं।
- एक किरायेदार/लाइसेंसधारी के रूप में, आप अपने किराए के एग्रीमेंट को अपने अस्थायी निवास के सबूत के रूप में दिखा सकते हैं।
आपके अधिकार और कर्तव्य, मकान मालिक/लाइसेंसकर्ता या किरायेदार/ लाइसेंसधारी के रूप में, मोटे तौर पर समझौते के प्रकार पर निर्भर करती हैं, जिस पर आप मकान किराए पर लेने के उद्देश्य से हस्ताक्षर करते हैं। आवासीय उद्देश्यों से संपत्ति को किराए पर लेने के लिए दो प्रकार के समझौते हैं। यथा-
- लीज एग्रीमेंट या लीज डीड (आमतौर पर इसे रेंट एग्रीमेंट के रूप में जाना जाता है)
- लीव एंड लाइसेंस एग्रीमेंट
कुछ शहरों में, किराए के समझौते के बजाय, लीव एंड लाइसेंस समझौते का उपयोग किया जाता है। इस समझौते का उपयोग करके, संपत्ति का मालिक आपको सिर्फ एक विशिष्ट उद्देश्य के लिए अपने घर का उपयोग करने की अनुमति देता है।
लीव एंड लाइसेंस एग्रीमेंट में, किराए पर मकान देने वाले व्यक्ति को लाइसेंसकर्ता कहा जाता है, और मकान को किराए पर लेने वाले व्यक्ति को लाइसेंसधारी कहा जाता है।
लीव एंड लाइसेंस समझौते में भाग लेते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
एक लाइसेंसधारी को ‘किरायेदार का संरक्षण’ (टीनेंट प्रोटेक्शन) उपलब्ध नहीं है।
कानून के अनुसार आप तकनीकी रूप से एक किरायेदार नहीं हैं और इसलिए आप कुछ अधिकार से वंचित हैं। इसके बजाय, आप एक लाइसेंसधारी हैं, और आपने एक विशिष्ट अवधि के लिए, इस परिसर को उपयोग करने का एक सीमित अधिकार प्राप्त किया है।
समझौते द्वारा निर्देशित
लाइसेंसकर्ता और लाइसेंसधारी दोनों के अधिकार और कर्तव्य, मुख्य रूप से समझौते द्वारा तय किए जाते हैं। यदि समझौते के किसी भी नियम का उल्लंघन किया जाता है, तो इसे अनुबंध के उल्लंघन करने या तोड़ने के रूप में माना जाता है। और इसके लिए एक नागरिक मुकदमा न्यायालय में दायर किया जा सकता है।
एक लीज डीड/एग्रीमेंट दिल्ली, बैंगलोर, आदि जैसे कई शहरों में उपयोग किए जाने वाले समझौते का सबसे सामान्य रूप है। इसे आमतौर पर ‘रेंट एग्रीमेंट’ भी कहा जाता है।
किराए के करार (रेंट एग्रीमेंट) के तहत अधिकार
एक किरायेदार के रूप में, यदि आपने अपने मकान मालिक के साथ लीज डीड पर हस्ताक्षर किए हैं, तो आपके पास कुछ अधिकार हैं जो आपको लीव और लाइसेंस समझौते के तहत नहीं होंगे, जैसे:
संपत्ति में रुचि
जब आप संपत्ति के किराए का भुगतान कर रहे हैं, आपको उसमें रहने और उपयोग करने का अधिकार है।
सम्पत्ति पर आधिपत्य का अधिकार
किराए पर दिए जा रहे घर पर आधिपत्य स्थापित करने का एकमात्र अधिकार आपके पास है। इसका मतलब यह है कि अगर मकान मालिक ने अपना घर या स्थान आपको किराए पर दे दिया है, तो आपको सौंपी गई जगह का उपयोग अब वह नहीं कर सकता है। यह लीज की अवधि तक के लिए एकमात्र आपके उपयोग के लिए है।
निष्कासन (बेदखली) से संरक्षण
उचित कानूनी औचित्य दिये बिना एक मकान मालिक, एकतरफा आपके लीज की अवधि को समाप्त या कम नहीं कर सकता है। आपके पास बेदखली के खिलाफ खास संरक्षण उपलब्ध हैं।
हस्ताक्षर करने के पहले समुचित सावधानी बरतना
यदि आप घर लेने का फैसला करते हैं या किराए पर अपना घर देते हैं, तो यहां कुछ महत्वपूर्ण बातें बतायी गईं हैं जिन्हें आपको लिखित समझौते पर हस्ताक्षर करने से पहले करनी चाहिए:
अपना अनुबंध पढ़ें
अपने समझौते पर हस्ताक्षर करने से पहले यह सुनिश्चित करें कि आपने या आपके वकील ने समझौते की सभी शर्तों को पढ़ा है। कृपया सुनिश्चित करें कि आपने किसी दस्तावेज पर हस्ताक्षर, उसकी अंतर्वस्तु (कंटेंट) को पढ़े बिना नही किया है। बाद में आप यह दावा नहीं कर सकते कि आप इस करार से बाध्य नहीं हैं क्योंकि आपने समझौते को पढ़ा नहीं है।
गवाहों की उपस्थिति को सुनिश्चित करें
अपने समझौते की शर्तों को पढ़ने के बाद, आपको और मकान मालिक ध्लाइसेंसकर्ता/किरायेदार/लाइसेंसधारी दोनों को समझौते पर हस्ताक्षर करना होगा। कृपया सुनिश्चित करें कि समझौते पर हस्ताक्षर करने वाले दो गवाह भी मौजूद हैं। यह आवश्यकता वैकल्पिक नहीं है क्योंकि गवाहों के हस्ताक्षर के बिना समझौते को वैध नहीं माना जाएगा।
हस्ताक्षर करने के बाद समुचित सावधानी बरतना
लिखित समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद आपको कुछ महत्वपूर्ण बातें सुनिश्चित करनी चाहिए:
समझौते का नोटरीकरण और पंजीकरण कराना
यदि आप अपना मकान किराए पर दे रहे हैं, या मकान किराए पर ले रहे हैं, तो आप समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद यह सुनिश्चित करें कि आप इसे नोटरीकृत या पंजीकृत करवा लिये हैं।
11 महीने के किराए के समझौतों के लिए पंजीकृत कराना अनिवार्य नहीं है। हालांकि, ऐसे समझौते को नोटरीकृत करना अनिवार्य है।
पुलिस सत्यापन (वेरिफिकेशन)
अपने समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद यह सुनिश्चित करें कि यदि आप अपना घर किराए पर दे रहे हैं तो पुलिस वेरिफिकेशन जरूर करवाएं। किराए पर मकान लेने वाले व्यक्ति के रूप में आपको पुलिस वेरिफिकेशन करवाने का कोई दायित्व नहीं है। हालांकि, आपको अपने मकान मालिक के साथ सहयोग करना चाहिए जब वह इस प्रक्रिया के लिए आपका विवरण मांगता है। क्योंकि कानून के तहत इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए मकान मालिक के लिये यह अपेक्षित है।