संवैधानिक उपचार के अधिकार को प्राप्त करने की क्या सीमाएँ हैं?

आखिरी अपडेट Oct 2, 2022

1. यदि कोई व्यक्ति किसी विशेष मुद्दा के लिए हाई कोर्ट में एक रिट याचिका पहले दायर कर चुका है, तो वह अब उसी रिट के तहत राहत मांगने के लिए सुप्रीम कोर्ट में दूसरी याचिका दायर नहीं कर सकता है।

2. यूं तो रिट याचिका दायर करने के लिए कोई समय सीमा तय नहीं है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट याचिकाकर्ता को राहत देने से इनकार कर सकता है अगर याचिका दायर करने में अनावश्यक देरी हुई हो, और जिसके वजह से निर्णय लेने की बाध्यता प्रभावित हो रही हो।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

क्या आपके पास कोई कानूनी सवाल है जो आप हमारे वकीलों और वालंटियर छात्रों से पूछना चाहते हैं?

Related Resources

ऑनलाइन बैंक धोखाधड़ी को रोकने के लिए बैंकों की जिम्मेदारी

बैंकों को अपने ग्राहकों को इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग लेनदेन के लिए अनिवार्य रूप से एसएमएस अलर्ट के लिए पंजीकरण करने के लिए कहना चाहिए।

उपभोक्ता शिकायत मंच

उपभोक्ता संरक्षण कानून संबद्ध प्राधिकरणों को निर्दिष्‍ट करता है कि कोई उपभोक्ता-अधिकारों का उल्‍लंघन होने पर उनसे संपर्क कर सकता है।

शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया

इस सबके बावजूद, शिकायत का समाधान न होने पर, आप उपभोक्ता मंचों से संपर्क हेतु किसी वकील की मदद ले सकते हैं।

उपभोक्ता शिकायतों के प्रकार

उपभोक्ता संरक्षण कानून के तहत प्रत्येक व्यक्ति को निम्नलिखित प्रकार की उपभोक्ता शिकायतें दर्ज करने का अधिकार है |

ग्राहक दायित्व

ग्राहक को किसी तीसरे पक्ष के साथ भुगतान क्रेडेंशियल प्रकट नहीं करना चाहिए। यदि कोई ग्राहक ऐसा करता है तो लापरवाह के कारण देनदारी बढ़ जाएगी।

विवाद निपटान तंत्र के रूप में मध्यस्थता

मध्यस्थता एक आउट-ऑफ-कोर्ट समझौता है जहां पार्टियां कार्यवाही के तरीके को तय कर सकती हैं। यह विवादों के शीघ्र निपटारे में मदद करता है।