घरेलू हिंसा के लिए केस दर्ज करने के अलावा, जब आप, अन्य चीजों के साथ, सुरक्षा या मौद्रिक राहत की मांग कर सकते हैं, आप तब भी1) उत्पीड़क के खिलाफ कोर्ट में आपराधिक मामला दर्ज करा सकते हैं यदि आपने जिस हिंसा का सामना किया है वह कष्टदायक हो। आपराधिक मामला दर्ज कराने से, उत्पीड़क को हिंसक कार्य के लिए कारावास और जुर्माने के रूप में सजा दी जाएगी। आपके वकील को चाहिए कि वह अदालत को सूचित करे कि दोनों मामले दायर किए जा चुके हैं2)।
आपराधिक मामला दायर करने से पहले, आपको पुलिस स्टेशन जाकर एफ.आई.आर दर्ज करानी होगी। आप भारतीय दंड संहिता, 1860 की धारा 498ए का उपयोग करते हुए पुलिस में एफ.आई.आर दर्ज करा सकती हैं।
एक आपराधिक मामला निम्नलिखित कारणों के लिए दायर किया जा सकता है3):
- यदि उत्पीड़क किसी महिला को आत्महत्या करने के लिए उकसाता है4)।
- यदि उत्पीड़क महिला को गंभीर चोट पहुंचाता है या पहुंचाने की कोशिश करता है या महिला के जीवन या स्वास्थ्य के लिए खतरा बनता है।
- यदि उत्पीड़क महिला के मानसिक स्वास्थ्य को इस हद तक प्रभावित करता है कि यह उसके जीवन के लिए खतरा बन चुका है।
- यदि उत्पीड़क महिला के लिए शब्दों से या शारीरिक क्रियाओं द्वारा कोई मानसिक तनाव या मनोवैज्ञानिक संकट पैदा करता है5)।
- यदि उत्पीड़क महिला को दहेज के लिए मजबूर करता है या किसी संपत्ति या कीमती चीज़ की गैरकानूनी मांग करता है।
ऊपर दिए गए किसी भी अपराध के लिए कोर्ट के द्वारा दोषी पाए जाने पर, उत्पीड़क को अदालत में जुर्माना भरना पड़ेगा और 3 वर्ष तक के लिए जेल जाना होगा।
यशवीर सिंह
May 9, 2024
सेवा में
श्रीमान महोदय
मेरा नाम यशवीर सिंह है और मेरी पत्नी का नाम रीना कुमारी कस्बा वैर जिसका पिन कोड है 321408 वार्ड नंबर 9 बयाना गेट वैर जिला भरतपुर की रहने वाली है और हम दोनों ने अपनी इच्छा अनुसार शादी की थी जिससे मेरी पत्नी की घरवाले राजी नहीं थे मेरी पत्नी ने पहले अपनी मम्मी जी से बोल दिया था कि मैं शादी यश नाम की लड़की के साथ करना चाहती हूं तो मेरी पत्नी की मम्मी ने उसे मना कर दिया कि हम तेरी शादी उसे लड़के से नहीं कर सकते तभी मेरी पत्नी बोली मुझे शादी करनी है तो उसी लड़के के साथ वरना मरना मंजूर है फिर मेरी पत्नी का फोन मेरे पास आया तो उसने कहा कि मेरे घर वाले शादी के लिए नहीं मान रहे हैं हम कहीं वह कर शादी कर लेंगे फिर कुछ दिनों बाद मेरी पत्नी का फोन आया कि हम मेहंदीपुर बालाजी जा रहे हैं आप वहीं से मुझे ले जाना मैंने उससे कहा ठीक है फिर मैं उसको मेहंदीपुर बालाजी से लेकर आ गया और हमने आर्य समाज से शादी कर ली और हम अपना अच्छे से जीवन व्यतीत कर रहे थे तभी कुछ दिनों बाद मेरी पत्नी के घर वाले ढूंढते हुए आगरा पहुंचे और मेरी पत्नी और मेरे साथ उन्होंने जबरदस्ती मारपीट की और मेरी घरवाली और मुझको उठाकर ले गये उसमें मेहंदीपुर बालाजी से दो पुलिसकर्मी और उसके भाई और उसके पिता भी थे मेहंदीपुर बालाजी पुलिस कर्मियों ने हमसे बोला आप बयान दे दो आप कहीं भी रहो हम फ्री और आप फ्री हम इस विश्वास से उनके साथ चले गए फिर मेरी पत्नी से उन्होंने पूछताछ की आप अपनी मर्जी से गई थी या भगाकर ले जाया गया था मेरी पत्नी ने बताया कि मैं अपनी मर्जी से गई थी अपनी मर्जी से शादी की है और मैं इन्हीं के साथ रहना चाहती हूं फिर उन्होंने उसके पिता से पैसे खाकर उसे लड़की को जबरदस्ती थाने से उठवा दिया और मेरे पास में 10000 330 रुपए रखे थे उन्होंने उनको भी रख लिया और मेरे पिताजी से ₹15000 लिए थे मेरी पत्नी नहीं जा रही थी तब भी उन्होंने जबरदस्ती उठाया उसको रो रही थी बहुत जोर से मेरी वाइफ पर उन्होंने थोड़ा भी तरस नहीं खाया उसे पर मेरी पत्नी ने बोला था कि मेरे घरवाले मुझे मार देंगे एक लड़की को उसके घर वालों ने पहले मरवा दिया था वह लड़की ऐसे ही पहले घर से बाहर निकल गई थी तब मरवा दिया था उन्होंने मेरी आपसे विनती है की सच्चाई की जीत होनी चाहिए और ऐसे पुलिस वाले जो देशद्रोही है इनकी वर्दी उतारती चाहिए उन दोनों का नाम है थाना कर्मचारियों का एक का नाम मगन सिंह और एक का नाम पंकज इन दोनों लोगों ने हम दोनों की जिंदगी खराब की है उसे लड़की के माता-पिता उसकी जबरदस्ती शादी कहीं और करना चाहते हैं मेरे पास प्रूफ है फोटो वीडियो गवाही रिकॉर्डिंग सब प्रूफ है मेरा आपसे हाथ जोड़कर निवेदन है मेरी पत्नी को मुझे वापस दिलाया जाए