आपको निम्नलिखित कारणों के चलते कई तरह के उत्पीड़न या हिंसा का सामना करना पड़ सकता है:
- अपनी लिंग पहचान के लिए, जब आपको विशेष रूप से, जन्म में मिले लिंग से अलग स्वयंनिर्धारित लिंग से पहचाने जाने के चलते तंग किया जाएः उदाहरण के लिए, पुलिस द्वारा तीसरे लिंग के (ट्रांसजेंडर) व्यक्तियों को गिरफ्तार करने और उन्हें परेशान करने के लिए, बहुत बार भिखारी विरोधी कानूनों का उपयोग किया जाता है।
- अपने यौन अभिविन्यास के अनुरूप, आपकी यौन प्राथमिकता और आपके साथी के चयन विकल्प के चलते, हो सकता है आपको तंग किया जाए। उदाहरण के लिए, बहुत से विचित्रलिंगी (क्वीर) व्यक्ति अपने यौन अभिविन्यास के सार्वजनिक होने पर सहज महसूस नहीं करते हैं, और ऐसे मामलों में कुछ लोग उनके लिंग को गुप्त रखने के बदले उनसे पैसे के लिए ब्लैकमेल कर सकते हैं।
- यदि आप इस तरह के उत्पीड़न या हिंसा का सामना करते हैं, तो आपको शिकायत करने और सुरक्षा प्राप्त करने का अधिकार है, भले ही वो व्यक्ति जो आपको परेशान कर रहा है या चोट पहुंचा रहा है, आपके परिवार का ही सदस्य है, या शिक्षक है, या कोई और। तत्काल सुरक्षा के लिए, आप सरकारी हेल्पलाइन पर कॉल कर सकते हैं, जो आपको सलाह देगी कि आपको क्या कदम उठाने चाहिये, और आपके निवास स्थान पर आपकी सहायता करने के लिये पुलिस को भी भेज सकती है।
हिंसा के वे प्रकार, जिसका आपको सामना करना पड़ सकता हैं वे इस रूप में हो सकते हैं:
- यौन हिंसा, जैसे बलात्कार या अन्य यौन अपराध, जैसे अनुचित स्पर्श, पीछा करना आदि। आपको विभिन्न प्रकार की ऑनलाइन यौन हिंसा का भी सामना करना पड़ सकता है।
- शारीरिक हिंसा, जैसे कोई आपको घायल कर दे, चोट पहुंचा दे, या आपको घर में बंद रक्खे, आदि।
- मनोवैज्ञानिक हिंसा, जैसे कोई व्यक्ति आपको चोट पहुंचाने की धमकी दे, आपको सहायता करने के नाम पर, या धन आदि के लिए ब्लैकमेल करे। यह आपके साथ ऑनलाइन भी हो सकता है।
- यदि आप प्राथमिकी (प्रथम सूचना रिपोर्ट) दर्ज कराने के लिए पुलिस स्टेशन जाने का निर्णय लेते हैं, तो जाने से पहले आप में आत्मविश्वास होना, और कानून की पूरी जानकारी होना बहुत ज़रूरी है, क्योंकि ऐसी स्थितियां भी हो सकती हैं, जहां आप पुलिस अधिकारियों द्वारा प्रताड़ित किए जाएं। उदाहरण के लिए, पुलिस अधिकारी आपकी बात सुनने से इंकार कर दे, क्योंकि आप तीसरे लिंग (ट्रांसजेंडर) के एक व्यक्ति हैं, इसलिए यह आपके लिये महत्वपूर्ण है कि आप उस कानून को जानें, जिसके तहत आप शिकायत दर्ज कर सकते हैं।