आवेदन के निर्णय पर अपील करना

आखिरी अपडेट Jul 13, 2022

यदि आपको पीआईओ से 30 दिनों के भीतर कोई निर्णय नहीं मिलता है, तो आप ‘पीआईओ’ से ऊँचे अधिकारी के समक्ष, पीआईओ के निर्णय के खिलाफ अपील कर सकते हैं। आपको अपने अपील को 30 दिनों के अंदर दर्ज करना होगा। अगर अधिकारी को लगता है कि देर होने का कारण सही है तो इस समय की अवधि को बढ़ा दिया जा सकता है।

आम तौर पर, एक सार्वजनिक प्राधिकरण अपने वेबसाइट पर या कार्यालय में यह बताएगा कि उनका अपीलीय प्राधिकारी (अप्पेलेट ऑथोरिटी) कौन है। यह एक ऐसा अधिकारी होगा जो ‘पीआईओ’ से ऊ़ँचे रैंक का होगा। कोई तीसरी पार्टी भी ‘पीआईओ’ के आदेश के खिलाफ 30 दिनों के भीतर अपील दायर कर सकती है।

यदि आप पहले अपील के निर्णय से संतुष्ट नहीं हैं, तो आप दूसरी अपील 90 दिनों के अंदर सुझाए गए प्रारूप में, केंद्रीय सूचना आयोग या राज्य सूचना आयोग को कर सकते हैं।

सूचना देने से इनकार करना उचित था, यह सिद्ध करने की पूरी ज़िम्मेदारी ‘पीआईओ’ पर है जिन्होंने इस सूचना को देने से इंकार कर दिया है। सूचना आयोग को 30 दिनों में अपील पर निर्णय ले लेनी चाहिए। इसे पैंतालिस दिन तक बढ़ाया जा सकता है पर इस अवधि के बढ़ाये जाने का कारण भी दर्ज करना होगा।

अपील पर निर्णय लेने के लिए, सूचना आयोग उस सार्वजनिक प्राधिकरण से मांग कर सकता है कि वे:

-सूचना को एक विशेष तरीके से दें -एक ‘पीआईओ’ को नियुक्त करें -प्रासांगिक सूचना को प्रकाशित करें -अपने दस्तावेजों को सही ढंग से रक्खें -अपने अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम को आयोजित करें -एक वार्षिक रिपोर्ट दिया करें -किसी भी शिकायतकर्ता को मुआवजा दें

यह उन पर जुर्माना लगा सकता है और कुछ विशिष्ट आवेदनों को ठुकरा सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

क्या आपके पास कोई कानूनी सवाल है जो आप हमारे वकीलों और वालंटियर छात्रों से पूछना चाहते हैं?

Related Resources

उपभोक्ता अधिकार क्या होते हैं?

अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होना उपभोक्ताओं के लिए महत्वपूर्ण है ताकि वे अपने हितों के मद्देनज़र आत्मविश्वास से अपने विकल्‍प चुन सकें।

पीड़ितों और गवाहों के अधिकार

यह विशेष कानून पीड़ितों, उनके आश्रितों और इस कानून के तहत दायर शिकायतों के गवाह के रूप में कार्य करने वालों को कुछ अधिकारों की गारंटी देता है।
citizen rights icon

सर्वाइवर्स के लिए मेडिको-लीगल गाइड

यह गाइड आपकी कैसे मदद कर सकती है? न्याया की मेडिको-लीगल एक्जामिनेशन पर तैयार, यह गाइड यौन उत्पीड़न के सर्वाइवर (यानी पीड़ित महिला ) को इस जांच प्रकिया को समझाने में मदद करती है। यह  गाइड सर्वाइवर को कुछ ऐसी चीजों की भी जानकारी देती है, जिन्हें इस वक्त ध्यान में रखना जरूरी होता है।  […]
Crimes and Violence

इस कानून के तहत किसी व्यक्ति के क्या-क्या अधिकार हैं?

कोई भी अस्पताल या क्लिनिक विशेष सुविधाओं की कमी का बहाना देते हुए एसिड अटैक सर्वाइवर के इलाज से इनकार नहीं कर सकता।
Crimes and Violence

सूचना का अधिकार- कर

उदाहरण के लिए, यदि आप जानना चाहते हैं कि आपके टैक्स रिटर्न में देरी क्यों हो रही है, तो इसके लिए आप एक आरटीआई आवेदन दाखिल कर सकते हैं।

ईसाई कानून के तहत विवाह करने की विभिन्न प्रक्रियाएं क्या हैं?

विवाह करने वाले पक्षों में से एक नाबालिग है, तो उन्हें विवाह करने के लिए अपने पिता की सहमति की आवश्यकता होगी।