नौकरियों के लिए आवेदन करते समय रिसर्च करें

आपके रोजगार अनुबंध की शर्तों में वे तथ्य, अधिकार, कर्तव्य, और जिम्मेदारियां शामिल होंगी जो आपसे और आपके नियोक्ता से संबंधित हैं। ये शर्तें आपकी क्षमता, आपकी आशाओं, आपके नियोक्ता की आशाओं, तथा उद्योग के मानकों पर आधारित हैं। इन शर्तों का वर्णन कानून की भारी शब्दावली के साथ किया गया है, जैसे “गैर-प्रतिस्पर्धा”, “विवाद समाधान” इत्यादि।

आपके लिए यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने नियोक्ता से जो उम्मीदें कर सकते हैं उसके बारे में कुछ रिसर्च करें, यदि आपके नियोक्ता की आशाएं अनुकूल हैं, और यदि आपका अनुबंध उद्योग के मानकों के अनुसार है।

उद्योग का मूल्यांकन करें

आप जब नौकरी के लिए आवेदन कर रहे हों या नौकरी की पेशकश को स्वीकार कर रहे हों, तो तनख्वाह, वेतन मान, और कार्य व्यवहार के लिए उद्योग के मानकों को जानना महत्वपूर्ण है। बाज़ार के रुझानों को समझने और बेहतरीन कार्यप्रणाली का ज्ञान होने से आपके पास उन चीजों को प्राप्त करने का ज्यादा मौका होता है, जिसे अपने नियोक्ता से पाने के लिए आप पूरी तरह योग्य हैं।

संगठन का मूल्यांकन करें

साथ ही, भावी संगठन की कार्यप्रणालियों, काम के वातावरण, कर्मचारियों के साथ व्यवहार, वेतनमान इत्यादि की जांच कर लेना भी उपयुक्त होगा। इस प्रकार की रिसर्च करने से आपको अपने अनुबंध के बारे में बेहतर ढंग से तोल-मोल करने में मदद मिलेगी। आप इस प्रकार की विस्तृत जानकारी नेटवर्किंग ग्रुप, उस कार्यस्थल के पूर्व कर्मचारियों, वहां काम करने वाले आपके कॉलेज के सहपाठियों, सहपाठियों के साथियों आदि से पा सकते हैं।

अपना मूल्यांकन करें

अपने कौशल और क्षमता का आंकलन करें, क्योंकि इससे आपको अपने अनुबंध की शर्तों पर बेहतर ढंग से बातचीत करने में मदद मिलेगी। आपके काम करने का अनुभव, शैक्षिक योग्ताएं, प्रासंगिक डिग्रियां/पाठ्यक्रम/सर्टिफिकेट प्रोग्राम इत्यादि सभी चीज़ें उस पद को प्राप्त करने की उपयोगिता के साथ ही आपके वेतन में वृद्धि करेंगी जिसे आप मांग सकते हैं।

नौकरी का प्रस्ताव

जब कोई नियोक्ता आपको काम पर रखना चाहता है और आपको नौकरी का प्रस्ताव देता है, तो उन्हें:

  • प्रस्ताव के बारे में आपको ज़रूर बताना चाहिए
  • नौकरी की भूमिका और नौकरी की शर्तों को ज़रूर स्पष्ट करना चाहिए
  • आपके काम के बदले में कुछ पारिश्रमिक/वेतन/लाभ का प्रस्ताव ज़रूर देना चाहिए

प्रस्ताव का संवाद

नियोक्ता को स्पष्ट शब्दों में नौकरी के प्रस्ताव के माध्यम से आपको नौकरी पर रखने की इच्छा का या तो लिखित रूप में या मौखिक रूप से संवाद देना होगा।

फिर भी, प्रस्ताव का लिखित होना बेहतर है, क्योंकि यदि आपका नियोक्ता भविष्य में इससे इनकार करता है तो यह साबित करना आसान है कि वास्तव में प्रस्ताव दिया गया था।

नौकरी में भूमिका और नौकरी की शर्तें

  • आपको दिया गया प्रस्ताव एक विशिष्ट पद या भूमिका के लिए होना चाहिए। यदि प्रस्ताव स्पष्ट नहीं है, तो वे जिस नौकरी के लिए आपको रखना चाहते हैं, उसकी भूमिका किस तरह की है उसे स्पष्ट करें। एक बार जब आप इसे स्वीकार कर लेंगे और लिखित अनुबंध पर हस्ताक्षर कर देंगे, तो नौकरी से बाहर निकलना मुश्किल होगा।
  • सुनिश्चित कर लें कि आपकी नौकरी में भूमिका, प्रति वर्ष प्रति वर्ष कंपनी द्वारा वहन किए गए खर्चे (सी.टी.सी), लाभ, मासिक वेतन आदि दिए गए हैं। प्रस्ताव स्वीकार करने से पहले नौकरी के विवरण को लेकर कोई भी संदेह हो तो अपनी सभी शंकाओं को दूर करें।

वेतन और अन्य लाभ

आपका वेतन आपके रोजगार के प्रकार या प्रकृति से निर्धारित होगा। वेतन की गणना उस नौकरी-विशेष के बाज़ार दर, पिछले कार्य के अनुभव और आपके तोल-मोल करने के कौशल के आधार पर की जाती है। उस संस्था के लिए आप अपने कौशल के रूप में, जो लाभ प्रदान करने वाले हैं, उसका स्पष्ट रूप से संवाद करके और उद्योग की दरों के अनुसार वेतन के बारे में अपने स्वयं के बाज़ार संबंधी रिसर्च का उपयोग करके अपनी वेतन पर मोल-भाव कर सकते हैं। यदि आप एक वेतनभोगी कर्मचारी हैं, तो आपका कुल वेतन विभिन्न मदों जैसे, मूल वेतन, महंगाई भत्ता (डी.ए), भविष्य निधि कटौती, मकान किराया भत्ता (एच.आर.ए) आदि में विभक्त होगा। हालाँकि, यदि आप कर्मचारी नहीं हैं, तो आपको आपकी पूरी वेतन राशि का भुगतान किया जाएगा, जिसे ‘प्रतिधारण शुल्क’ कहा जाएगा।

नौकरी का प्रस्ताव आपको संप्रेषित कर दिए जाने के बाद, अपनी परिस्थितियों के आधार पर, आप हमेशा अतिरिक्त लाभ, उच्च वेतन या बेहतर पद के लिए बातचीत कर सकते हैं। ऐसी बातचीत पर आपका नियोक्ता विचार कर भी सकता है या नहीं भी कर सकता है, इस स्थिति में प्रस्ताव स्वीकार या अस्वीकार करना आप पर निर्भर है।

 

प्रस्ताव का समय पर जवाब

आपके नौकरी के प्रस्ताव में एक समय अवधि निर्दिष्ट हो सकती है जिसके भीतर आपको जवाब देना होगा और यदि आप दिए गए समय में जवाब नहीं देते हैं, तो नौकरी का प्रस्ताव हाथ से निकल जाएगा।

यदि कोई समय अवधि निर्दिष्ट नहीं है, तो आपको उचित समय के भीतर नियोक्ता को, नौकरी के प्रस्ताव को स्वीकार या अस्वीकार करते हुए, जवाब देना चाहिए।

अपने नौकरी के प्रस्ताव को लिखित में स्वीकार करना

बातचीत के बाद ही स्वीकृति

सुनिश्चित करें कि आपने उस प्रस्ताव में किसी भी बदलाव के लिए अपनी सभी बातचीत पूरी कर ली है और उसके बाद ही नौकरी स्वीकार करें। ऐसा इसलिए है क्योंकि एक बार जब आप प्रस्ताव स्वीकार कर लेते हैं, तो आपका नियोक्ता यह सोचेगा कि आप बिना किसी समस्या के प्रस्ताव की सभी शर्तों को स्वीकार कर रहे हैं।

स्वीकृति पत्र लिखना

अपने नियोक्ता द्वारा दिए गए नौकरी के प्रस्ताव को या तो ईमेल द्वारा स्वीकार करें या अपने नियोक्ता द्वारा प्रदान किए गए नियुक्ति पत्र पर हस्ताक्षर करें।

इस तरह से नियोक्ता का भविष्य में आपकी नियुक्ति पर विवाद करना और उससे पीछे हटना कठिन होगा।

स्वीकृति की समय सीमा

कुछ मामलों में, आपका नियोक्ता आपको निश्चित तिथि से पहले ईमेल द्वारा नौकरी के प्रस्ताव की स्वीकृति देने के लिए कह सकता है, उदाहरण के लिए, महीने की 10वीं तारीख या सप्ताह के अंत तक। यह जरूरी है कि आप इस समय अवधि के भीतर नौकरी के प्रस्ताव का जवाब दें अन्यथा यह प्रस्ताव हाथ से निकल जाएगा और नियोक्ता किसी और को उस पद का प्रस्ताव दे सकता है। आप इस पर शिकायत भी नहीं कर सकते हैं।

यदि आपका नियोक्ता नौकरी के प्रस्ताव का जवाब देने का कोई समय या तरीका नहीं बताता है, तो:

  • संप्रेषण के उस तरीके का उपयोग करें जिससे देरी न हो।
  • उचित समय के भीतर उत्तर दें अन्यथा नौकरी का प्रस्ताव चला भी जा सकता है।

यदि आप नौकरी के प्रस्ताव को अस्वीकार करने का निर्णय लेते हैं, तो कृपया सुनिश्चित करें कि आप इसे अपने नियोक्ता को लिखित रूप में या बोल कर ठीक से बता रहें हैं।

भावी नियोक्ता के लिए दस्तावेज़

आपकी नियुक्ति से पहले, यह जांचने के लिए कि आप नौकरी के लिए योग्य हैं या नहीं, नियोक्ता आपसे कुछ दस्तावेज़ जमा करने के लिए कह सकते हैं । उनमें से कुछ हैं:

पुराने नियोक्ता के दस्तावेज़

विमुक्ति पत्र (यदि लागू हो)

आपका नियोक्ता आपसे अपने पिछले नियोक्ता का एक हस्ताक्षरित दस्तावेज़ लाने के लिए बोल सकता है जिसमें यह कहा गया हो कि अब आप उनके साथ नहीं जुड़े हैं। किसी नए कर्मचारी द्वारा पिछले नियोक्ता के साथ समझौते को समाप्त नहीं किए होने की स्थिति में यह नियोक्ता को विवादों से बचाता है।

कार्य संदर्भ

आपका भावी नियोक्ता आपको साक्षात्कार के चरण से पहले या नौकरी का प्रस्ताव स्वीकार करने के बाद कार्य संदर्भ मांग सकता है। आमतौर पर कार्य संदर्भ आपके पूर्व-नियोक्ता का एक संपर्क का जरिया होता है, जो काम के दौरान आपके काम की गुणवत्ता और आपके चरित्र की पुष्टि और व्याख्या कर सकता है। नियोक्ता इसे संदर्भ पत्र के रूप में मांग सकते है या वे सीधे संदर्भित से संपर्क कर सकते हैं।

पे स्लिप

नई नौकरी में आपका वेतन निर्धारित करने के लिए कुछ नियोक्ता पिछले नियोक्ता द्वारा दी गई पे स्लिप की एक प्रति मांगते हैं, इसकी दोहरी जांच करने के लिए कि आप अपने पिछले कार्यालय में कितना कमा रहे थे।

बायोडाटा और अन्य दस्तावेज़

बायोडाटा/सी.वी

आपका नियोक्ता आपके समस्त कार्य अनुभव और शिक्षा के सभी विवरणों के साथ आपका नवीनतम बायोडाटा या आत्म परिचय मांगेगा।

शैक्षिक प्रमाणन/दस्तावेज़

एच.आर उद्देश्यों और कर्मचारियों के दस्तावेजीकरण के लिए, कुछ नियोक्ता आपसे शिक्षा का प्रमाण जैसे स्कूल का प्रमाण पत्र, कॉलेज का स्नातक प्रमाण पत्र, उच्च अध्ययन का प्रमाण पत्र आदि मांग सकते हैं।

पहचान प्रमाण दस्तावेज़

सरकार-अधिकृत पहचान प्रमाण

अधिकांश नियोक्ता आपकी पहचान की आश्वस्ती और दस्तावेजीकरण के उद्देश्यों से आपसे पासपोर्ट-आकार की तस्वीरें और आधार, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस आदि जैसे पहचान प्रमाण की एक प्रति मांगते हैं।

पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट

कभी-कभी नियोक्ता पिछले या मौजूदा आपराधिक रिकॉर्ड की जांच के लिए कर्मचारियों को पुलिस सत्यापन कराने के लिए कह सकते हैं। दिल्ली जैसे कुछ राज्यों में यह प्रावधान ऑनलाइन होता है। अन्यथा, यदि आपका नियोक्ता आपकी मदद नहीं करता है, तो आपको स्वयं पुलिस थाने जाना होगा और पुलिस अधिकारी से पुलिस क्लीयरेंस प्रमाण पत्र के लिए अनुरोध करना तथा इसे अपने नियोक्ता को प्रस्तुत करना पड़ सकता है।

वेतन खाते के लिए दस्तावेज़

बैंक का विवरण

आपका नियोक्ता या तो आपके बैंक का विवरण मांगेगा या आपका एक नया बैंक खाता शुरू करवाएगा, ताकि वे आपका वेतन उस खाते में स्थानांतरित कर सकें।