भ्रष्टाचार एक बेईमान या अनैतिक तरीके से अपने फायदे के लिए सत्ता में बैठे लोगों द्वारा सत्ता का दुरुपयोग है।

भ्रष्टाचार निरोधक

यह व्याख्याता भ्रष्टाचार विरोधी कानून और भ्रष्ट लोक सेवकों के लिए दंड की चर्चा करता है। यह मुख्य रूप से भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 में निर्धारित कानून से संबंधित है।