अचल संपत्ति का मालिकाना हक और उससे जुड़े विवाद

आखिरी अपडेट May 6, 2025

किसी व्यक्ति को ज़मीन पर मालिकाना अधिकार उत्तराधिकार, उत्तरजीविता, विरासत, विभाजन और खरीद द्वारा मिल सकता है। मालिक/ खरीदार के अधिकारों की वैधता या ज़मीन बेचने वाले की पात्रता और ज़मीन को लेने के लिए सरकारी नियमों और विनियमों के उल्लंघन पर विवाद हो सकते हैं। इन विवादों को हल करने के लिए, हर मामले की खास बातों को ध्यान में रखते हुए खास तरह की जानकारी की जरूरत होती है। 

इस तरह के मामलों में मुकदमेबाजी करने से पहले एक वकील से राय मशविरा कर लेना चाहिए। 

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उपभोक्ता शिकायत मंच

उपभोक्ता संरक्षण कानून संबद्ध प्राधिकरणों को निर्दिष्‍ट करता है कि कोई उपभोक्ता-अधिकारों का उल्‍लंघन होने पर उनसे संपर्क कर सकता है।

शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया

इस सबके बावजूद, शिकायत का समाधान न होने पर, आप उपभोक्ता मंचों से संपर्क हेतु किसी वकील की मदद ले सकते हैं।

उपभोक्ता शिकायतों के प्रकार

उपभोक्ता संरक्षण कानून के तहत प्रत्येक व्यक्ति को निम्नलिखित प्रकार की उपभोक्ता शिकायतें दर्ज करने का अधिकार है |

उपभोक्ता अधिकारों के उल्‍लंघन के लिए दंड

उपभोक्ता अधिकारों के उल्‍लंघन के लिए किसी व्यक्ति या संस्था को दंडित करने की शक्ति केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण के पास होती है।

उपभोक्ता अधिकार क्या होते हैं?

अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होना उपभोक्ताओं के लिए महत्वपूर्ण है ताकि वे अपने हितों के मद्देनज़र आत्मविश्वास से अपने विकल्‍प चुन सकें।

विवाद निपटान तंत्र के रूप में मध्यस्थता

मध्यस्थता एक आउट-ऑफ-कोर्ट समझौता है जहां पार्टियां कार्यवाही के तरीके को तय कर सकती हैं। यह विवादों के शीघ्र निपटारे में मदद करता है।