16 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चे द्वारा घोर अपराध किए जाने पर प्रारंभिक मूल्यांकन किया जाता है। यह एक प्रयास है जो यह जानने के लिए किया जाता है कि बच्चे अपने द्वारा किए गए अपराधों के परिणामों को सरलता से समझ सकते हैं या नहीं। यदि बाल अपराधी अपने द्वारा किए गए अपराध की गम्भीरता को समझने में सक्षम है तो उनके साथ वयस्कों जैसा व्यवहार किया जाएगा। बोर्ड निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए प्रशिक्षित मनोवैज्ञानिक और एक्सपर्ट की सहायता ले सकते हैं। लेकिन जांच तीन महीनों में अवश्य पूरी हो जानी चाहिए।