अदालत की अवमानना कोई भी कार्रवाई या लेखन है, जो किसी अदालत या न्यायाधीश के अधिकार को कम करने या न्याय की प्रक्रिया या अदालत की कानूनी प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने के लिए की गई हो। अदालत की अवमानना अधिनियम, 1971, अदालत की अवमानना को दो प्रकार- सिविल और क्रिमिनल अवमानना - में परिभाषित करता है। एक अवमानना कार्यवाही दो पक्षों के बीच विवाद नहीं है, बल्कि अदालत और अवमानना के आरोपी व्यक्ति के बीच की कार्यवाही है।