अगर आप यौन उत्पीड़न की शिकार हैं तो आप आपने काम के वातावरण को सुरक्षित/अनुकुल बनाने के लिए ‘शिकायत समिति’ को लिखकर निम्नलिखित उपायों की यह मांग कर सकते हैं:
- उस व्यक्ति को, जिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाया गया है, आपके काम पर टिप्पणी (रिपोर्टिंग) करने से रोका जाय, और/ या किसी और को यह काम करने के लिये चुना जाय।
- यदि यौन उत्पीड़न की घटना एक अकादमिक वातावरण (शिक्षण संस्थान) में हुई तो आरोपित व्तक्ति को पर्यवेक्षण (सुपरवाइज़िंग) कार्य से हटा दिया जाय।