एक फार्मासिस्ट / औषधज्ञ कौन होता है?

आखिरी अपडेट Jul 13, 2022

फार्मासिस्ट एक ऐसा व्यक्ति है, जो दवाओं को तैयार करने, उन्हें मॉनिटर करने और उसे बेचने के लिए प्रशिक्षित होता है। कानून के तहत, एक पंजीकृत फार्मासिस्ट वह व्यक्ति है, जिसका नाम राज्य के रजिस्टर में दर्ज किया रहता है, जहां वे रहते हैं, फार्मेसी का पेशा करते हैं, या फार्मेसी का व्यवसाय करते हैं।

रजिस्टर में पंजीकृत व्यक्ति का पूरा नाम और पता, रजिस्टर में उनके पहले प्रवेश की तारीख, पंजीकरण होने के लिए उनकी योग्यताएं, पेशे का पता, उनके नियोक्ता का नाम, आदि शामिल रहता है।

फार्मासिस्ट के लिए आवश्यक योग्यताएं

फार्मासिस्ट की योग्यताएं, विभिन्न राज्यों अनुसार अलग-अलग होती है। प्रत्येक राज्य की राज्य फार्मेसी काउंसिल ने फार्मासिस्ट के रूप में एक व्यक्ति को पंजीकृत होने के लिए कुछ योग्यताएं निर्धारित की हैं। फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया इस तरह की योग्यताएं को मंजूरी देता है।

शिक्षा / डिग्री

पहली बार फार्मासिस्ट के रूप में पंजीकरण करने के लिए व्यक्ति उम्र कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए। आवश्यक शुल्क का भुगतान करने के बाद, व्यक्ति का नाम उस राज्य के रजिस्टर में जोड़ा जाएगा जहां वे रहते हैं, या फार्मेसी का व्यवसाय / पेशा करते हैं, और अगर उनके पास निम्नलिखित योग्यताएं हैं:

  • फार्मेसी या फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री में डिग्री या डिप्लोमा, या केमिस्ट और ड्रगिस्ट डिप्लोमा ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटी या राज्य सरकार, या भारत के बाहर किसी प्राधिकरण द्वारा निर्धारित योग्यताएं; या
  • फार्मेसी या फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री में डिग्री के अलावा किसी भारतीय विश्वविद्यालय की डिग्री। इसके अलावा, उस व्यक्ति को अस्पताल, औषधालय, या किसी अन्य स्थान पर दवाओं के बारे में कम से कम 3 साल तक का अनुभव हो, जहां चिकित्सकों के प्रेसक्रिप्शन के आधार पर दवाओं का नियमित रूप से वितरण किया जाता हो; या
  • कंपाउंडरों या डिस्पेंसरों के लिए राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त परीक्षा में उत्तीर्ण हुए हों; या
  • अस्पताल, औषधालय या किसी अन्य स्थान पर दवाओं के बारे में कम से कम 5 साल तक का अनुभव हो, जहां चिकित्सकों के प्रेसक्रिप्शन के आधार पर दवाओं का नियमित रूप से वितरण किया जाता हो। इस अवधि की गणना राज्य सरकार द्वारा अधिसूचित पंजीकरण के आवेदन की तारीख से शुरू होती है।

अन्य योग्यताएं

उपरोक्त योग्यता के अलावा, एक व्यक्ति फार्मासिस्ट के रूप में, बाद के पंजीकरण के लिए पात्र होगा, यदि वह निम्नलिखित योग्यताएं पूरा कर पाता है:

  • यदि वह दूसरे राज्य का पंजीकृत फार्मासिस्ट है।
  • भारतीय नागरिकों को फार्मासिस्ट के रूप में पंजीकरण के योग्य बनाने के संबंध में फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया भारत के बाहर किसी भी प्राधिकरण द्वारा दी गई योग्यता को मंजूरी दे सकती है। योग्यता के न्यूनतम स्तर और ज्ञान की गारंटी मिलने के बाद ही परिषद आवेदन को मंजूरी देती है। हालांकि, गैर-नागरिक भी पंजीकरण के लिए क्वालिफाई कर सकते हैं यदि वे उन देशों से आते हैं, जहां भारतीय मूल के व्यक्ति (जिनके पास आवश्यक योग्यताएं हैं) फार्मेसी का अभ्यास करते हैं। यहां, रजिस्टर में अपना नाम दर्ज करने के लिए, व्यक्ति को मैट्रिक परीक्षा या किसी अन्य समकक्ष परीक्षा में उत्तीर्ण रहना चाहिए।

Comments

    Ashok Binghade

    May 13, 2024

    Sir mujhe high court jabalpur ke bakil ki complaint karna hai unihne mujh se bager puchha meri marji ke khilaf Mera case high court jabalpur me bakil ne case withdrawal not pressed kr diya hai bakil ne case bapas le liya hai
    Bakil ki complaint kese karna hai
    Call me on 7509148945

    Aamir ali

    May 16, 2024

    Mujhe ek Vakil dwara Shikayat darj Karani Hai Paise Lekar Kam Nahin kara 10 mahine Ho Gaye phone bhi nahin uthate hain kya karna padega please mera contact number hai 913 145 283

    Arjun Mishra

    June 26, 2024

    हेलो सर मैं अर्जुन मिश्रा,
    ग्राम दत्तपुर पोस्ट कटाहना जिला सिद्धार्थनगर उत्तर प्रदेश (272207) का वासी हूँ ।
    सर मैं शारीरिक रूप से विकलांग हूँ और आर्थिक रुप से कमजोर हूँ ।
    सर मेरे खेत पर मेरे पड़ोसियों ( विपक्षी : श्रवण मिश्रा , राकेश मिश्रा, अमरेश मिश्रा , निगलेश मिश्रा) द्वारा लगभग एक वर्ष से कब्जा किया गया है, मेरे विरोध करने पर मेरे और मेरे परिवार को मारा पीटा जाता है । सर विपक्षी कोटेदार हैं और प्रधान से और स्थानीय थाने( थाना : जोगिया उदयपुर) से मिले हुए हैं । उन लोगों के खिलाफ मैं दशों बार शिकायत कर चुका लेकिन हमें न्याय नहीं मिल रहा ।
    सर मैं कोर्ट में भी केस फ़ाइल किया हूँ लेकिन विपक्षियों द्वारा उसे रुकवा दिए जाने की वजह से केस आगे नहीं बढ़ रहा ।
    न्यायालय : उपजिलाधिकारी
    मंडल : बस्ती, जनपद सिद्धार्थनगर, तहसील : नौगढ़
    वाद संख्या: 5898/2023
    कम्प्यूटरीकृत वाद संख्या : 1202317630105898
    देवेंद्र कुमार मिश्र बनाम श्रवण कुमार आदि

    Mob: 6386078845

    Ankit

    August 9, 2024

    Mery bhai ka acsidant me Death hogy this 2020 me abhi tk cilam pass nhi horha kya krnaa chay

    Sikha

    March 1, 2025

    Agar aapke bhai ki accident mein death hui thi aur abhi tak insurance claim pass nahi hua hai, toh aapko kuch legal steps lene chahiye:
    1. Insurance Company ko Follow-Up Karein: Sabse pehle, aapko insurance company ke customer care ya specific claim department se contact karna chahiye. Unse puchhein ki delay ka reason kya hai aur kya documents pending hain. Sab kuch email ya letter ke through likhit mein karein taaki record rahe.
    2. Written Reminder Bhejein: Agar verbal follow-up se koi response nahi mil raha hai, toh aap ek formal written reminder bhej sakte hain. Isme policy details, claim ki date, aur aapke bhai ke accident ki details clear honi chahiye. Yeh reminder registered post se bhejna sahi rahega.
    3. Insurance Ombudsman ki Madad Le: Agar insurance company phir bhi response nahi deti, toh aap apne area ke insurance ombudsman ke paas complaint file kar sakte hain. Ombudsman ek tarah ka arbitrator hota hai jo insurance disputes ko solve karta hai. Yahan par complaint karne ka process online bhi ho sakta hai aur iske liye aapko koi fees nahi deni hoti.
    4. Consumer Court Mein Case Karein: Agar ombudsman ke decision se bhi aap satisfy nahi hote, ya ombudsman aapki madad nahi kar pata, toh aap consumer court mein case file kar sakte hain. Consumer Protection Act ke tahat, aap insurance company ke against legal action le sakte hain. Yahan par aapko claim ke amount ke hisaab se appropriate forum mein case file karna hoga (District, State, ya National level).
    5. Legal Expert ki Salah Le: Yeh bhi zaroori hai ki aap kisi experienced lawyer ya legal expert ki madad lein jo insurance cases mein specialize karta ho. Yeh aapko case ki strength aur aage ki strategy samajhne mein madad karega.

    Ye steps follow karke aap apne insurance claim ko aage badhane ka process shuru kar sakte hain. Har step pe sabhi documents aur correspondence ka record rakhna important hai.

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